आमला ब्लाक के ससाबड़ गांव में मां दुर्गा की प्रतिमाओं का विसर्जन गाजे-बाजे व मंत्रोचार के साथ हुआ विसर्जन।
नवरात्र में नौ दिन तक भजन कीर्तन, के साथ माता रानी का पूजन चलता रहा। नवे दिन कन्या भोज, यज्ञ आहुति के साथ दसवे दिन विशाल भंडारा किया गया। जो दिनभर चलता रहा ।दशमी के दिन सुबह से ही माता का पूजन अर्चन शुरू हो गया विद्वान पंडितों द्वारा मां दुर्गा की मंत्रोचार से पूजा की गई। पूरा वातावरण देवी माता के भक्तों द्वारा माता की जय जयकार के स्वर गूंज रहे थे। दोपहर बाद धूमधाम के साथ ढोल , डीजे बजाते हुए मां भवानी की विसर्जन यात्रा शुरू हुई , ग्रामीणों द्वारा बताया गया । ससाबड़ ग्राम के राम मंदिर , गायत्री मंदिर व पटेल देव मंदिर इत्यादि पंडालों में सार्वजनिक तौर पर माता
की पूजा-अर्चना की जाती है भव्य पंडालों में आकर्षक रूप में मां की प्रतिमा सजा कर स्थापित की जाती है । घरों से लेकर पूजा पंडालों तक या देवी सर्वभूतेषु की प्रार्थना से गूंजती हैं।नवरात्र पर देवी पूजन और नौ दिन के व्रत का बहुत महत्व है। नवरात्र के नौ दिनों में मां के अलग-अलग रुपों की पूजा की जाती है।