राम जी ने तोड़ा शिव धनुष परशुराम हुए क्रोधित : रामलीला

भौरा।रामलीला मंडल भौरा द्वारा लगातार 1943 से स्थानीय कलाकारों द्वारा रामलीला का मंचन जारी है।इसी क्रम में मंगलवार की रात्रि में धनुष यज्ञ का मंचन किया गया।जिसमें रावण द्वारा जनक के स्वयंबर में आकर क्रोध दिखाया गया कि सारे राजाओ को बुलाया मुझको नही बुलाया।दूर दूर से आये बड़े बड़े राजाओ में अभिमानी राजा,साधू राजा,बाणासुर आदि सभी आये।किसी ने शिव धनुष को तोड़ने की कोशिश की तो किसी ने प्रणाम किया।इसी स्वयंबर में हास्य कलाकार पिट्टल सिंह एवं लटकिया भी पधारे,उनके साथ पिट्टल के पुत्र और पुत्री भी मंच पर हास्य प्रस्तुत करने आए।पिट्टल सिंह का किरदार राजेश साहू, लटकिया अमित तिवारी,पुत्र राजधानी का किरदार राहुल राठौर ओर पुत्री का किरदार पीहू साहू ने निभाया।दर्शको द्वारा लक्ष्मण के पात्र निभा रहे कौशिक राठौर के किरदार पर जोरदार तालियां बजाई।जनक के चिंतित होने पर मुनि विश्वामित्र के आदेश पर प्रभु राम ने शिव धनुष तोड़ा।जैसे ही यह बात परशुराम को पता चली,वो बहुत क्रोधित हुए।लक्ष्मण और परशुराम के बीच जोरदार संवाद हुआ।रामलीला में राम सौरभ सिरोठिया,लक्ष्मण कौशिक राठौर सीता आभास गुप्ता,परशुराम आनंद दुबे,बाणासुर भुरू राठौर,जनक रूबल सलूजा,विष्वामित्र शिब्बू राठौर, सखिया अशोक राठौर,दिब्बू साहू,विकाश राने,चेतन विश्वकर्मा,हिमांशु राठौर बने।कल रात्रि में राम बारात धूम धाम से निकाली गई।जो गांव के मुख्य मार्गो से होते हुये रामलीला मंच पर पहुंची जहां सभी चारो भाइयो का विवाह चारो बहनों के साथ हुआ।रामजी की बारात में भौरा गांव के लोगो ने जमकर नृत्य किया।रामलीला मंडल भौरा के अंशु सिरोठिया ने दर्शकों से अधिक से अधिक संख्या में रामलीला देखने पधारने की अपील की है।

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