शासकीय कॉलेज में आज नौवाँ अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाया गया। इस कार्यक्रम का आयोजन राष्ट्रीय सेवा योजना एवं क्रीड़ा विभाग ने संयुक्त तत्वधान में संपन्न हुआ । कार्यक्रम में छात्र-छात्राएं, प्राध्यापक व महाविद्यालय के कर्मचारी उपस्थित थे। कॉलेज के प्राचार्य प्रो एम डी वाघमारे ने दीप प्रज्जवलन कर कार्यक्रम की शुरुआत की इस अवसर पर उन्होंने इस तरह के कार्यक्रम के आयोजन के लिए आयोजकों की सराहना की और
कहा कि योग और ध्यान कर हर कोई स्वस्थ रह सकता है। उन्होंने विद्यार्थियों को अपने दैनिक जीवन में योग का अभ्यास करने का भी सुझाव दिया। क्रीड़ा अधिकारी डॉ ओम झा ने विद्यार्थियों को कई योग आसन करने के लिए सही मार्गदर्शन दिया और कहा की योग करने से मन और शरीर स्वस्थ रहता है। उन्होंने कहा की
योग करने का सबसे अच्छा समय सुबह 4 से 7 बजे का होता है, लेकिन अगर किसी कारणवश सुबह नहीं कर पा रहे हैं, तो सूर्यास्त के बाद भी कर सकते हैं। बस ध्यान रखें खाना खाने और योग करने के बीच 1-2 घंटे का फर्क होना चाहिए। राष्ट्रीय सेवा योजना कार्यक्रम अधिकारी डॉ संजय बाणकर ने कहा कि विद्यार्थी योग के माध्यम से अधिक याददाश्त हासिल कर सकते हैं। उन्होंने कहा की लोगो में दोनों हाथों को जोड़ना भी योग का प्रतीक है, जो सार्वभौमिक चेतना के साथ व्यक्तिगत चेतना के
मिलन को दर्शाता है। छात्रा इकाई कार्यक्रम अधिकारी प्रो नीतू जायसवाल ने कहा की योग’ शब्द की उत्पत्ति संस्कृत से हुई है। और इसका अर्थ है जुड़ना, यह शरीर और चेतना के मिलन का प्रतीक। डॉ ज्योति वर्मा ने बताया की अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस का उद्देश्य योग के अभ्यास से होने वाले लाभों के बारे में दुनिया भर में लोगो को जागरूक करना है। उन्होंने कहा कि इस बार योग दिवस की थीम ‘वसुधैव कुटुंबकम के लिए योग’ है। वसुधैव कुटुंबकम का अर्थ है- धरती ही परिवार है। इस थीम से तात्पर्य
धरती पर सभी लोगों के स्वास्थ्य के लिए योग की उपयोगिता से है। कार्यक्रम में मुख्य रूप से डॉ राकेश हनोते,डॉ सुभाष वर्मा, अरविंद चौकीकर, सौरभ गुप्ता, रश्मि राजक, एवं विद्यार्थी शामिल हुवे।