हँसी खेल नही है यहाँ अंतिम संस्कार करना
मृत व्यक्ति को सही सलामत श्मसान पहुँचाने में छूट जाते है पसीने
ग्राम पंचायत ससाबड़ की आबादी करीब 3500 है लेकिन पंचायत के मोक्षधाम तक पहुंच मार्ग नहीं है ग्राम के लड्डू , अशोक चंदू ने बताया ,कि ग्राम शहर की उपनगरी बोड़की से लगा हुआ है, इसके बाद भी यहां कोई व्यवस्था नहीं है ग्राम में 1 मात्र मोक्षधाम है जहां पेयजल टिनसेट, पक्का पहुंच मार्ग नहीं है, ग्राम के शंकर, राजू, ने बताया कि मोक्षधाम मे टीन सेट टूटकर खस्ताहाल हो गए हैं जो करीब 10 से 15 साल पहले बना हुआ था , जिसके कारण शव का अंतिम संस्कार बारिश में करने में बहुत दिक्कतों का सामना करना पड़ता है , ग्राम के
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अशोक सिंह द्वारा बताया गया कि पूर्व में भी पंचायत में कई बार मोक्षधाम के मार्ग और मोक्षधाम में पक्का सेट बनाने की बात ग्रामीणों द्वारा रखी गई , लेकिन पंचायत का इस ओर कभी भी कोई ध्यान नहीं गया , ग्राम से मोक्षधाम तक पहुंचने वाला मार्ग कीचड़ से लथपथ हो गया हैं इस मार्ग पर बारिश के कारण इतना कीचड़ हो गया है कि लोगों को पैदल चलना भी मुश्किल है, ऐसे में शव को मोक्षधाम तक ले जाने में दिक्कत होती है , यहां पंचायत ने गांव से लगभग 2 से 3 किलोमीटर दूर मोक्षधाम तो
जरूर बनाया है लेकिन रास्ता नहीं है , ग्रामीणों द्वारा बताया गया. गर्मी और सर्दियों के दिनों में जैसे तैसे मोक्षधाम पहुंच जाते हैं , लेकिन बारिश के दिनों में मार्ग ना होने से मोक्षधाम में सेट और बैठने के लिए व्यवस्था ना होने से ग्रामीणों को बहुत दिक्कतों का सामना करना पड़ता, मोक्ष धाम में घास और झाड़ियों में जहरीले जीव-जंतु का खतरा भी बना रहता है , यहां चारों ओर घास और झाड़ियां ही है , यहां के मोक्ष धाम और मार्ग की व्यवस्था देखकर कथित तौर पर लोगों के द्वारा शव यात्रा में आए लोग यह बोलने से कभी नहीं चुकते हैं, क्या यही भाजपा का विकास है ,नए
सरपंच के आते ही पंचायत में फर्नीचर टाइल्स एलसीडी सीसीटीवी कैमरे , पंचायत भवन के बाहर टीन सेट , कूलर जैसी सारी मूलभूत सुविधाएं तो सरपंच ने अपने लिए लाली है पर मार्ग नहीं बना सके और मोक्षधाम का काम नहीं कर पाए