पंडित प्रदीप मिश्रा ने कहा कि यह वर्षा पूरे बैतूल के लिए अमृत मय है यह मां ताप्ती की कृपा है और शिव का अभिषेक है
आज दूसरे दिन की कथा में प्रख्यात कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा ने कहा कि यह वर्षा पूरे बैतूल के लिए अमृत मय है यह मां ताप्ती की कृपा है और शिव का अभिषेक है ।
उन्होंने कहा कि बुजुर्गों को दिक्कत नहीं हो इसलिए मैं टीवी मोबाइल पर ही कथा देखने की अपील जारी कर देता हूं। साथ ही यह भी आश्वासन दिया कि कथा के समय अब एक बूंद पानी भी नहीं आएगा।
उन्होंने शानदार व्यवस्थाओं की तारीफ करते हुए उन सभी शिव भक्तों को धन्यवाद दिया जो इतने पानी में भी रुके रहे और अपना उत्साह को सही साबित किया।
पंडित प्रदीप मिश्रा ने कहा कि लोग भले ही हमें भ्रमित करने का प्रयास करें की शिव नही है गणेश भी नही है।यह भी कहे की अगरबत्ती नहीं लगाना चाहिए लेकिन ऐसे लोगों की बातों पर ध्यान नहीं देना है। मंदिर भी जाना है और एक नहीं चार अगरबत्ती लगाना है।
धर्मांतरण पर उन्होंने कटाक्ष किया और कहा कि कोई अंधा कभी गिरता नहीं ना ही उसके हाथ पैर टूटते हैं। क्योंकि वह लाठी का सहारा लेकर ठोककर संभल कर चलता है । हम भी शिव का सहारा लेकर संभल कर चलेंगे तो गिरने का सवाल नहीं ।
जिस तरह लू से बचने के लिए हम कान बंद कर लेते हैं वैसे ही हमें अधर्मियों की बातें सुनने की बजाय कान बंद कर लेना चाहिए। कथा के दूसरे दिन पहले दिन से ज्यादा श्रद्धालु कथा सुनने पहुंचे ।