Panchyat खारी सरपंच ने जनपद में सचिव को हटाने दिया आवेदन
गोविंद नामदेव
घोड़ाडोंगरी – कहां जाता है एक पंचायत में तभी अच्छा विकास कार्य संभव है जब ग्राम पंचायत के सचिव एवं सरपंच मैं आपसे गुटपैथ अच्छी हो लेकिन खारी पंचायत में ऐसा कुछ भी नहीं है
जहां पिछले विगत महीनों से नवीन चुनकर आई सरपंच रानी राकेश कुमरे से साथ सचिव द्वारा पंचायत की जानकारी ना बताते हुए छिपाई जा रही है ऐसे में आम जनता के साथ सचिव द्वारा क्या बर्ताव किया जाता होगा यहां तो अंदाजा ही लगाया जा सकता है। जानकारी अनुसार सचिव पिछले कई वर्षों से उसी पंचायत में पदस्थ है बीच-बीच में आसपास की पंचायतों में एक दो आसपास भी ट्रांसफर हुआ था किन्तु आखिरकार खारी पंचायत मैं ही आकर रुक जाते हैं। क्योंकि बरसों से सजाया हुआ अपना नगर कोई नहीं छोड़ना चाहता। नहीं तो ऐसा क्या है खारी पंचायत में कि बार-बार सचिव शिवदयाल साहू का ट्रांसफर यही हो जाता है।
क्या है मामला।
ग्राम पंचायत के चुनाव के बाद से ही ग्राम पंचायत खारी के ग्राम वासी इसी उम्मीद में है कि कब ग्राम पंचायत सचिव साहू यहाँ से जाए जिससे ग्राम पंचायत खारी में विकास कार्य हो सके। ग्राम पंचायत खारी में लोगो से गुप्तगु करने पर यही जानकारी मिली कि यहाँ के पंचायत सचिव विगत लगभग 5 वर्षो से अधिक से यही पदस्थ है एवं इनके रहते पिछले पंच वार्षिय कार्यकाल में ना के बराबर कार्य हुए, ना तो लोगो की समस्या का निराकरण हुआ ना ही उनके कार्य। इसी आशा को लेकर जनता ने अपना रुख बदलकर युवा सरपंच लाने का निश्चय किया और ग्राम के ही रानी राकेश कुमरे को अपना सरपंच चुना, ओर उनसे अपनी व्यथा कहि, सरपंच ने बताया कि लोगो के पंचायत जाने पर लोगो से सचिव शिवदयाल साहू द्वारा ना किसी योजना की जानकारी दी जाती है ना ही अच्छे से बात की जाती है। हर काम को लेकर सचिव द्वारा टालामटोली की जाती है, ओर सही से बात भी नही की जाती है, सरपंच से बात करने पर बताया कि हमारे द्वारा जनपद कार्यालय पहुचकर सी ई ओ साहब से शीघ्र ही सचिव को तत्काल हटाने आवेदन दिया गया है ताकि जिन जनता ने हम को चुना है हम उनके कार्य को शीघ्र ही गति दे सके जब सचिव द्वारा हमें ही जानकारी नहीं दी जा रही है ऐसे में सही है कि पुराने समय लोगों के साथ क्या बर्ताव होता होगा सरपंच ने बताया कि सचिव द्वारा साठ हजार भी निकाल लिए गए हैं किंतु जगह पर अभी कोई कार्य नहीं हुआ है और पूछने पर कभी लोहा तो कभी कुछ बताया जाता है जोकि के कूड़ादान निर्माण होने वाले स्थल पर है ही नहीं।