घोड़ाडोंगरी तहसील क्षेत्र में रात के अंधेरे में पीले सोने यानी रेत का कारोबार शुरू हो जाता है । रात 9 बजे के बाद से सुबह के 5 बजे तक यह रेत का कारोबार चलता रहता है ।
तहसील क्षेत्र के शिवसागर – बासपुर की तवा नदी से रात के अंधेरे में रेत का उत्खनन करके डंपरो और ट्रैक्टरों के माध्यम से रेत बैतूल इटारसी सहित घोड़ाडोंगरी क्षेत्र के आसपास के गांव में जा रही है । रेत ठेकेदार के कर्मचारी बासपुर रोड पर डेरा डाले बैठे हैं। जो इन डंपर और ट्रैक्टर वालों से रॉयल्टी के नाम पर वसूली होती है।
क्षेत्र में चर्चा का विषय मुख्य बात यह है कि अगर यह रेत का कारोबार वैध है तो रात के अंधेरे में ही क्यों हो रहा है। दिन के उजाले में क्यों नहीं हो रहा और ठेकेदार के लोगों को खनिज अधिकारी की भूमिका में सड़क पर रात में वाहन चेक करना क्या सही है।
रेत का कारोबार रात भर चलता है और दिन भर बंद रहता है रात के अंधेरे में चल रहे रेत के कारोबार के कारण कई तरह के सवालिया निशान उठ रहे हैं जो जिम्मेदारों की भूमिका पर सवालिया निशान लगा रहे है।