बसंत की बहार आते ही पलाश की पैड पर केसरिया रंग के कैसुडी के फूल खिल गए है ,हरियाली के बीच पलाश के पेड़ पर केसरिया फूलो की बहार प्रकृति का अनुपम श्रृंगार कर रहे है, ये प्राकृतिक सौंदर्य का नजारा मन को रोमांचित करता है,
होली के पूर्व इसकी बहार मन मोहक है, पूर्व में इन फूलों से रंग बनाकर होली खेली जाती थी,कुछ लोग अभी भी इनसे रंग बनाते है ,परन्तु अधिकतर 21वीं सदी में केमिकल युक्त कलर का उपयोग होने लगा है , कुछ लोग अपनी माता पूजन में भी इन फूलों का उपयोग करते हैं , यह फूल प्रकृति होने के साथ-साथ गुणकारी भी होते हैं।