#नव_वर्ष ????
नववर्ष के बारे में जो नहीं जानते, वो अवश्य पढ़ें….
नववर्ष हर धर्म का अलग-अलग होता है। ज्यादातर देश ईसाई धर्म के, मुस्लिम, बौद्ध, बहाई, हिन्दू धर्म, और अंत में पारसी को मानने वाले।
ज्यादातर सभी देश में नव वर्ष का आगमन उनके धर्म के अनुसार ही मनाया जाता है।
2024 अंग्रेजी का नववर्ष है और प्रायः सभी देशों में मनाया जाता है इसका एक सामान्य कारण शायद पूरे विश्व को एकसार बनाना ही था ताकि सभी देशों में समय, वार, दिनाँक, महीना, एक ही हो जिससे कोई भ्रम ना हो, अच्छी बात है सब ने इसे राजकीय कार्यों के लिये अपनाया भी, पर किसी भी देश ने अपने धर्म के नववर्ष को अनदेखा नहीं किया।
ये नया वर्ष 2024 अंग्रेजी है अर्थात ईसाई धर्म का नया साल।
मुस्लिम धर्म का भी नया साल होता है और वो हिजरी कहलाता है, इस समय1445 हिजरी चल रही है।
हिन्दू धर्म का इस समय विक्रम संवत 2080 चल रहा है।
इससे सिद्ध होता है कि हिन्दू धर्म ही सबसे पुराना धर्म है बाकी धर्म हिन्दुओं ने ही बाद में अपनायें हैं।
Before Christ, (BC) यानी ईसा से पहले
After Christ (AC) यानी ईसा के बाद
मतलब ईसा के बाद ईसाई धर्म और नया वर्ष आया परंतु BC जो अंग्रेजो ने ही दिया था। तो ईसा से पहले BC क्या था?
जी हाँ उससे पहले विक्रमी संवत ही था जो सम्राट विक्रमादित्य ने चलाया था भारत को एक सूत्र में लाने के लिए।
इस विक्रमी संवत से 5000 साल पहले इस धरती पर भगवान विष्णु श्रीकृष्ण के रूप में अवतरित हुए, उनसे पहले भगवान राम, और अन्य अवतार हुए यानी कहाँ हमारा हजारों वर्ष पुराना अपना सनातन धर्म और हम मना रहें हैं अंग्रेजों का नया वर्ष ? जरा सोचिए….
सीधे सीधे शब्दों में हिन्दू धर्म ही सब धर्मों की जननी है , गुरुनानक जी, महावीर, गौतमबुद्ध, सब के पिता हिन्दू ही थे।
मैं किसी धर्म विशेष का विरोध नहीं कर रहा,
सबका सम्मान करता हूँ, पर सभी हिन्दू, मुस्लिम, बौद्ध को बतलाना चाहता हूँ कि इस इंग्लिश कलेण्डर के बदलने से हमारा वर्ष नहीं बदलता? हमारा कर्म अपने ही कलेण्डर से ही चलेगा क्योंकि
जब हम पैदा हुए तो पंडित जी से पूछा :- बच्चा मूल में तो पैदा नहीं हुआ ? पंडित जी ने पत्रा देखा और बताया, वो हिन्दू कैलेंडर था !!!!
मूल शांति – हिन्दू पत्रे से हुई
नामकरण – हिन्दू पत्रे से हुआ
मंगल दोष – हिन्दू पत्रे से निकला
विवाह मिलान- हिन्दू पत्रे से हुआ
विवाह – हिन्दू पत्रे से हुआ
सारे व्रत त्यौहार – हिन्दू पत्रे से
मरने की तेहरवीं भी – हिन्दू पत्रे से आयी
मत्यु के समय पंडित जी से पंचक पूछा तो वो भी हिन्दू पत्रे से
मकान का उदघाटन, जन्मपत्री, विवाह योग्य, स्वास्थ्य रोग, और अन्य सभी समस्याएं का निराकरण हिन्दू कलेण्डर से ही होता है।
आप जानते है कि जन्माष्टमी, होली, दीपावली, राखी, भाई दोज, करवा चौथ, एकादशी, शिवरात्री, नवरात्रि, दुर्गापूजा, सभी विक्रमी संवत कलेण्डर से ही निर्धारित होते है, इंग्लिश कलेण्डर में इनका कोई स्थान नहीं होता हे।
फिर अपने इस सनातन धर्म के जीवन में इंग्लिश नववर्ष या कलेण्डर है कहाँ ? हम अपने क्रिस्चियन और मुस्लिम मित्रों को नव वर्ष की शुभकामनायें अवश्य दें पर अपने सनातन धर्म के नव वर्ष को अवश्य मनाये।
हिन्दू पंचांग के अनुसार नया वर्ष (2081) चैत्र शुक्ल प्रतिपदा से शुरु होता है। इस वर्ष यह तिथि 26 मार्च 2023, मंगलवार को है।