रात के अंधेरे में चल रहा पीले सोने का कारोबार, 27 अप्रैल को कलेक्टर महोदय ने दिए निर्देश 15 दिन बाद भी नहीं हो रही कार्रवाई

शाहपुर एवं घोड़ाडोंगरी क्षेत्र से रेत एवं कोयला के अवैध उत्खनन

कलेक्टर श्री अमनबीर सिंह बैंस ने जिले के शाहपुर एवं घोड़ाडोंगरी क्षेत्र से रेत एवं कोयला के अवैध उत्खनन एवं परिवहन के संबंध में मिल रही शिकायतों को गंभीरता से लिया है। उन्होंने 27 अप्रेल को बैठक में  राजस्व अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि समूचे जिले में रेत अथवा कोयला के अवैध उत्खनन अथवा परिवहन पर सख्ती से नियंत्रण किया जाए। कतिपय स्थानों से ठेकेदारों द्वारा फर्जी टीपी जारी करने की मिली शिकायतों के संबंध में राजस्व अधिकारियों से सजग रहने के निर्देश देते हुए कलेक्टर ने कहा है कि ऐसे मामलों में भी कड़ाई से कार्रवाई की जाए।

प्रभारी खनिज अधिकारी को जिले के खनिज क्षेत्रों का सतत निरीक्षण करने के लिए भी कलेक्टर ने पाबंद किया। गुरूवार को आयोजित राजस्व अधिकारियों की बैठक में उन्होंने कहा कि जिले में खनिज के अवैध उत्खनन एवं परिवहन की शिकायतें नहीं मिलना चाहिए। बैठक में अपर कलेक्टर श्री शिवप्रसाद मंडराह सहित राजस्व अधिकारी उपस्थित थे।

नगर परिषद घोड़ाडोंगरी क्षेत्र में इन दिनों पीले सोने का कारोबार रात के अंधेरे में बड़ी तेजी के साथ चल रहा है। रेत माफिया रात के अंधेरों में रेत का अवैध उत्खनन करके यह कारोबार कर रहा है। जिसके कारण घोड़ाडोंगरी नगर के लोगों की नींदे खराब हो गई है। रात भर अवैध रेत से भरे हुए ट्रैक्टर नगर के गली गली में बड़ी तेजी के साथ आते हैं और कहीं भी बीच रोड पर रेत खाली करके चले जाते हैं। जिससे लोगों को भी आवागमन में बड़ी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। नगर के हर गली मोहल्ले में अवैध रेत के ढेर लगे हुए हैं जो लोगों के लिए आवागमन में भी परेशानी बन रहे हैं।

बासपुर – शिवसागर से आ रही रेत

बासपुर क्षेत्र के तवा नदी और शिवसागर की तवा नदी से रेत का रात भर अवैध उत्खनन होता है और रात के अंधेरे में ट्रैक्टर सहित अन्य वाहनों से रेत जिले के कोने कोने में पहुंचाई जा रही है। अवैध रेत के वाहन बड़ी ही तेजी के साथ रात के अंधेरे में चलते हैं। जो लोगों के लिए दुर्घटना का कारण बन रहे हैं । लोगों से मिली जानकारी के अनुसार बासपुर रेलवे गेट के पास स्थित रेत के ठेकेदारों द्वारा रेत लेकर जाने वाले वाहनों से वसूली की जाती है। एक रात ट्रैक्टर चलाने का शुल्क ₹2000 प्रति दिन है इस कारण एक रात में ही ज्यादा से ज्यादा चक्कर लगाने के चक्कर में ट्रैक्टर चालक बहुत तेजी से वाहन चलाते हैं । बिना रुपए दिए नदी से रेत भरकर लेकर आने वाले वाहनों से रेत ठेकेदार के आदमी बासपुर रोड पर रेलवे गेट के पास खाली करा लेते हैं ।मुख्य सड़क से लगे हुए रेत के ढेर इस बात की गवाही दे रहे हैं की बिना ठेकेदार के कर्मचारियों को चुंगी दिए बिना रेत यहीं पर खाली की जा रही है।

चिचोली की रॉयल्टी पर घोड़ाडोंगरी में उत्खनन

मिली जानकारी के मुताबिक भले ही ठेकेदार के लोग किसी को कोई रॉयल्टी नहीं दे रहे हैं लेकिन रॉयल्टी की मांग करने पर इनके द्वारा गुवाडी की रॉयल्टी दी जाती है । लोगों को समझ में नहीं आ रहा है कि भाई खदान चिचोली की अगर है भी तो घोड़ाडोंगरी में रेत का अवैध उत्खनन क्यों हो रहा है।

रात में ही चलते हैं वाहन

 

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