जीवन में हमारा लक्ष्य निर्धारित होना चाहिए– मुख्य अभियंता व्ही के कैथवार। मुख्य अभियंता ने किया सेवानिवृत्त हुए कर्मचारीयों का सम्मान। सारनी— सेवानिवृत्त कर्मचारियों की उत्कृष्ट सेवाओं के कारण आज मध्यप्रदेश पावर जनरेटिंग कंपनी लिमिटेड नीत नये कीर्तिमान स्थापित कर रही है। 41 वर्ष से अधिक समय तक आपने सतपुडा ताप विद्युत गृह की उत्कृष्ट सेवा की है। उसी का परिणाम है कि सतपुड़ा संकुल ने भी विद्युत उत्पादन के क्षेत्र में अनेक कीर्तिमान स्थापित किए । इन वर्षो में हुए अनेक उतार चढ़ाव को आप सभी ने देखा है। मुख्य अभियंता व्ही के कैथवार ने सेवानिवृत्त कर्मचारियों के मधुर स्मृतियों की सराहना करते हुए कृष्णैया नारायण के विचारों का उल्लेख किया कि हमारा लक्ष्य होना चाहिए जो कार्य हमें दिया उसे निष्ठा से
करना। यह काम मेरा नही है, मैं क्यों करू ऐसा नही होना चाहिए। सेवानिवृत्त हुए सभी कार्मिकों के उज्जवल भविष्य की कामना करते हुए बताया कि देश में अमरकंटक ताप विद्युत गृह चचाई का विशिष्ट स्थान है। इसके पूर्व सेवानिवृत्त हुए कार्मिकों का जीवन परिचय गोपाल अरोरा ने बताया। जून माह में सेवानिवृत्त हुए कर्मचारियों का पुष्प गुच्छ से स्वागत नरेश पनवार उप महाप्रबंधक मानव संसाधन एवं प्रशासन ने किया। सेवानिवृत्त हुए उमर खान, राजेश कुमार तिवारी , सरजेराव पाल , यादोराव धोटे, यादोराव लोखंडे, कमल निरापुरे, प्रकाश कोली,कृष्णैया
नारायण, संतोष बरडे, पंजाब राव चिल्हाटे, कुसुम वागदरे को शाल श्रीफल और मिष्ठान विभाग की ओर से भेंट किया गया। स्व सुरक्षा निधी समिती के सचिव अम्बादास सूने ने जारी प्रेस विज्ञप्ति में बताया कि सतपुड़ा ताप विद्युत गृह से सेवानिवृत्त हुए कार्मिकों को स्व सुरक्षा निधी समिती के स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। समिती के सचिव ने बताया कि वर्तमान में मध्यप्रदेश पावर जनरेटिंग कंपनी लिमिटेड के ताप विद्युत एवं जल विद्युत गृह में समिती काम कर रही है। नियमित सदस्य के
आकस्मिक निधन पर आश्रित परिवार को रूपए 75 हजार का आर्थिक सहयोग प्रदान किया जाता है। भुगतान हेतु आश्रित परिवार के सदस्य के बैंक खाते की फोटो कापी, मृत्यु प्रमाणपत्र और कार्यालय की अधिकृत सूचना आवश्यक है। समिती सहयोग राशि सीधे बैंक खाते में स्थानांतरित करती है। नियमित सदस्य के आई सी यू में एडमिट होने पर साठ हजार रुपए का आर्थिक सहयोग उपचार हेतु बिना ब्याज के दिया जाता है। सदस्य के ड्यूटी ज्वाइन करने पर किश्तों में यह राशि वेतन से कटौती कर समायोजित की जाती है। मई माह में सेवानिवृत्त हुए संजीव अरोरा,श्यामला मुरलीधरन,शीला दिनेश,अशोक कुमार पटेल ने सेवानिवृत्ती के बाद समिती द्वारा देय सहयोग राशि पुन:
अनुदान स्वरूप समिती को वापस दी है। समिती की ओर से अभिनन्दन पत्र से मुख्य अभियंता व्ही के कैथवार ने संजीव अरोरा कार्य पालन को विशेष रूप से सम्मानित किया। इस अवसर पर अधीक्षण अभियंता एस एन सिंह,डी पी मिश्रा ,उल्हास देशमुख ,मुख्य रसायनज्ञ पीयूष गुप्ता , हेमराज शाक्य, सुरेंद्र कुमार पांडेय, पंकज उपाध्याय,दिनेश शर्मा, जितेन्द्र वर्मा,सुरेश खवसे,गजानन कुरूमभटे,मनीषा उइके, विनोद पेसवानी सहित अनेक अधिकारी कर्मचारी उपस्थित थे। कार्यक्रम का कुशल संचालन गोपाल अरोरा ने करते हुए सभी का आभार प्रकट किया।