फादर्स डे : पिता सूर्य की तरह परिवार को देते है रोशनी

प्रवीण अग्रवाल

फादर्स डे : आज पूरा विश्व फादर्स डे मना रहा है । फादर्स डे के माध्यम से लोग अपने पिता को याद करते हैं। जिनके पिता हैं वह बच्चे अपने पिता के उन कार्यों को याद करके जो उनके पिता ने उनके जीवन को बेहतर बनाने के लिए प्रयास किया बच्चे ऐसे योगदान को याद करके अपने पिता को अपनी स्नेह भावनाएं देते हैं प्रकट करके बताते हैं कि आपने हमारे लिए क्या किया। इसको लेकर एक सम्मान हर बच्चे के दिल में अपने पिता के प्रति फादर्स डे पर उत्पन्न हो जाता है । कुछ हम जैसे लोग भी हैं जिनके पिता गुजर गए हैं। अब इस दुनिया में नहीं है हमारे जैसे लोग भी अपने पिता को याद करके उनके जीवन में मिले योगदान पर अपनी श्रद्धांजलि देते हैं ।

आज मैं अपने पिता को याद करता हूं तो देखता हूं कि उन्होंने अपना पूरा जीवन अपने परिवार के लिए न्योछावर कर दिया । एक सूर्य जो संसार को प्रकाशमान करने के लिए रोज सुबह से शाम तक प्रकृति में अपनी उपस्थित दिखता है और संसार को रोशनी देता है जीवन देता है। इस तरह मैंने अपने पिता को देखा है। जो परिवार के लिए जीवन भर समर्पित रहे। एक सहज सरल व्यक्तित्व के धनी जिनकी प्रशंसा उनको जानने वाले हर व्यक्ति आज भी करते हैं ।अपने बच्चों के जीवन को संवारने में उन्होंने अपना जीवन लगा दिया ।

उन कठिन परिस्थितियों में भी उनके जीवन को हमने देखा है कि आज हम जितने फालतू खर्च करते हैं उन्होंने कभी भी अपने ऊपर कोई खर्च नहीं किया। जो भी कमाते थे पूरा परिवार के लिए समर्पित कर देते थे। नौकरी के अलावा परिवार की अन्य जिम्मेदारियां को भी उन्होंने बखूबी निभाया। परिवार के प्रति उनका योगदान। उस सूर्य की तरह रहा जो प्रतिदिन सुबह उठकर संसार को रोशनी देता है और शाम होने पर आराम करने का संदेश देकर अपनी ठंडक बिखरता है । कुछ ऐसे ही रहे हैं मेरे पिता जो अब अब भले ही हमारे बीच में नहीं है। लेकिन उनकी सहजता सरलता और वह सौम्य व्यक्तित्व कभी भी हमारी आंखों से ओझल नहीं होता।

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