50 फीट ऊंचाई से आधा शरीर लटकाकर कार्य कर रहे श्रमिक हुए कैमरे में कैद

नरेन्द्र मालाकार खण्डवा

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*कहीं लापरवाह, जिम्मेदार अधिकारियों की अनदेखी किसी और श्रमिक की जान नहीं लेले, क्युकी बीते अप्रैल माह में मोहम्मद हनीफ की चार मंजिला बिल्डिंग से गिरने से हो चुकी हैं मौत।*

*रोंगटे खड़े कर देने वाली लाइव विडियो पर मुलायमवाला ने कहा संबंधितो पर सख्त कार्यवाई हों।*

बुरहानपुर। शहर के नेहरू हॉस्पिटल की जमीन पर करोड़ो की लागत से बन रहे पुनर्घनत्वीकरण योजना अंतर्गत सिटी पैलेस मॉल के निर्माण की जगह पर जिम्मेदारों द्वारा घोर लापरवाही बरती जा रही है, यहां श्रमिकों से बिना सुरक्षा उपकरणों के 50 फिट से अधिक ऊंचाई पर कार्य कराया जा रहा है, जोकि नियम विरुद्ध है। नियमों को ताक में रखकर मॉल संचालको, ठेकेदार एवं इंजीनियर द्वारा कार्य कराया जा रहा है। जिसकी शिकायत सशक्त पत्रकार समिति के प्रदेश अध्यक्ष एवं समाज सेवी उमेश जंगाले एवं राष्ट्रीय पत्रकार मोर्चा के प्रदेश महासचिव तफज्जुल हुसैन मुलायमवाला ने मुख्यमंत्री एवं जिला कलेक्टर से की हैं।

उमेश जंगाले ने बताया कि सिटी पैलेस मॉल में श्रमिक (मिस्त्री) द्वारा 50 फीट से अधिक की ऊंचाई से आधा शरीर लटका कर बिना किसी सुरक्षा उपकरणों के कार्य कराया जा रहा हैं, जो कि नियम विरुद्ध है। उमेश जंगाले ने बताया कि वह मॉल के पास से गुजर रहे थे कि उनकी नजर मॉल पर कार्य कर रहे श्रमिकों पर पड़ी जिसमें वह 50 फिट से अधिक की ऊंचाई से आधा शरीर लटका कर कार्य कर रहे थे, जिन श्रमिकों की उमेश जंगाले द्वारा मोबाईल से विडियो भी बनाई गई, श्रमिकों को इस तरह कार्य

करते देख उन्हें पूर्व में हुए बहादरपुर रोड़ के इंदिरा कॉलोनी स्थित हादसे की याद आ गई, जिसमें 2 अप्रैल 2024 को आजाद नगर अख्तर कॉलोनी निवासी मिस्त्री मोहम्मद हनीफ पिता शमशेर उम्र 27, निवासी अख्तर कॉलोनी, आजाद नगर की चार मंजिला बिल्डिंग पर बिना सुरक्षा उपकरणों के कार्य करते वक्त बिल्डिंग से नीचे गिरने से मौत हो गई थी, उन्होंने कहा कि ऐसी घटना दोबारा नहीं घटे जिस हेतु संबधित अधिकारियों ने बिना सुरक्षा उपकरणों के कार्य कर रहे श्रमिकों को सुरक्षा उपकरणों को

पहनकर कार्य करने की हिदायत देने एवं बिना सुरक्षा उपकरणों के मजदूरों से कार्य करवा रहें सिटी पैलेस मॉल के लापरवाह संचालको, ठेकेदार एवं इंजीनियर पर सख्त कार्रवाई करने की मांग की हैं। श्री जंगाले ने कहा कि निर्माण कार्यो में सुरक्षा उपकरण पहनना जरूरी है। जिसमे सख्त टोपी, सुरक्षा चश्मा, कमर बेल्ट, इयरप्लग या मफ, श्वासयंत्र और सुरक्षात्मक कपड़े जैसी चीजें शामिल हैं। उचित पीपीई पहनने से श्रमिकों को गंभीर

चोटों या मृत्यु से बचाने में मदद मिल सकती है। जिन चीज़ों और नियमों की यहां अनदेखी की जा रही है। वहीं जिम्मेदार अधिकारी भी मुखदर्शक बने बैठे हैं। वहीं राष्ट्रीय पत्रकार मोर्चा के प्रदेश महासचिव तफज्जुल हुसैन मुलायमवाला ने बताया कि शहर के बीचोबीच बन रहें सिटी पैलेस मॉल में कार्य करने वाले मजदूरों को सुरक्षा उपकरणों को पहन कर कार्य करने की हिदायत दी जाएं, यहां बिना सुरक्षा उपकरणों के कार्य कर रहे मजदुर का ध्यान भटकता है, कोई चूंक होती हैं, तो वह कार्य करते-करते

ऊंची इमारत से गिर भी सकता है, यदि समय रहते इन्हे ऐसे कार्य करने से नहीं रोका गया तो मजदुर की जान भी जा सकती हैं। इसका जिम्मेदार व जवाबदार कोन होगा? ऐसे कार्य कर रहे श्रमिक चंद रुपयों के लिए अपनी जान गंवा बैठेंगे। उन्होंने कहा कि मजदूर रोजी रोटी, पेट के खातिर सब बर्दास्त करते हुए जोखिम भरा कार्य कर रहे हैं, ऐसे में जिम्मेदार अधिकारियों ने इस और ध्यान देते हुए कार्यवाई करना चाहिए, यह अधिकारियों की अनदेखी और लापरवाही का भी नतीजा है जो इस तरह के कार्य खुलेआम चल रहे हैं, लेकीन अधिकारी कार्यवाई करने के

बजाय मौन बैठे हैं। उन्होंने कहा कि मॉल की अनुमति निरस्त कर संचालको, इंजिनियर, ठेकेदार पर कार्यवाई कर श्रमिको को सुरक्षा उपकरणों में कार्य करने की समय रहते हिदायत देना चाहिए। अब देखना यह होगा की जिम्मेदार अधिकारी मॉल संचालको, इंजीनियर, ठेकेदार पर क्या कार्रवाई करते हैं? इस दौरान तोताराम खांडेराव, मोहम्मद वसीम, फैसल समरोज, कलीम खान, भगवानदास शाह, सोहेल खान, सोहेल अहमद, शेख वसीम, तौकीर आलम, अनील महाजन सहित अन्य पत्रकार मौजूद रहे!

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