कतिया समाज जिला बैतूल ने बाबा साहेब अंबेडकर की जयंती मनाई

कतिया समाज जिला बैतूल ने बाबा साहेब अंबेडकर की जयंती 14 अप्रैल 2024 पर बाबा साहब अंबेडकर को पुष्पांजलि माल्यार्पण की गई डॉ. भीमराव अम्बेडकर जी एक ऐसे नेता रहे है जिन्हे भारत में सभी विचारधाराओ के लोग मानते रहे है |यह उनका कद ही तो है जो उन्हें अखिल भारतीय स्तर पर ख्याति दिला रहा है |आज उन्हें सम्पूर्णता में देखने की जरुरत है इसी कड़ी में बाबा साहब कहते है की शिक्षा देश की सामाजिक, आर्थिक व राजनितिक क्रांति का आधार है बाबा साहब द्वारा दिया गया सूत्र” शिक्षित बनो संगठित रहो और संघर्ष करो” इस सूत्र में ही संघर्षपूर्ण का एवं उनके शैक्षिक विचारो का सारांश छिपा हुआ है | संविधान के निर्माता, संपूर्ण भारत देश को समानता का

अधिकार देने वाले 26 जनवरी 1950 कुछ संविधान लागू मानवीय मौलिक अधिकार, एवं प्रतिष्ठा प्राप्त हुई बाबासाहेब अंबेडकर जैसे महापुरुष ने गैर बराबरी असमानता भेदभाव अन्य गुलामी की व्यवस्था को समाप्त करने एवं समानता स्वतंत्रता भाईचारा एवं न्याय की व्यवस्था को स्थापित करने का उद्देश्य देकर के जीवन के आखिरी क्षण तक समाज को सेवा देते रहे बाबा साहब से समाज को प्रेरणा लेनी चाहिए कि समाज का गरीब परिवार की आर्थिक मदद उनके बच्चों की शिक्षा दीक्षा समाज के होनहार बच्चों को उच्च शिक्षा के लिए प्रेरित करें समाज को

संगठित होकर के बाबा साहब के विचारों को अपने जीवन काल में अमल में लाना चाहिए कार्यक्रम में प्रमुख रूप से कमलेश राक्से, प्रहलाद बानसे, अनिल खंडेलवार , कृष्णा महलवंशी, श्याम ढाकरे , श्रीमारी कांति ढाकरे, दुर्गेश खंडेलवार, रमन ढाकरे, ,कुमारी अवन्या बानसे एवं समाज के अन्य नागरिक उपस्थित रहे

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