5 राज्यो में हुए विधानसभा चुनाव में से 4 राज्यो के नतीजे घोषित हो चुके है मध्यप्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में भाजपा ने गज़ब का प्रदर्शन करते हुए इन राज्यो में अपनी सरकार बना ली है कांग्रेस के लिए सिर्फ तेलंगाना जीतना ही संतोष की बात रही है खुद कांग्रेस को यकीन नही हो रहा है मध्यप्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ से कांग्रेस साफ हो गई है कांग्रेस के लिए नतीजे चौकाने वाले रहे है। वहीं दूसरी तरफ भाजपा ने मध्यप्रदेश में अपनी सरकार कायम रखी है और राजस्थान एवं छत्तीसगढ़ से कांग्रेस को बेदखल कर दिया है।
भाजपा की बम्पर जीत में महिलाओं का खासा योगदान रहा है महिलाओं ने पुरुषों के मुकाबले ज़्यादा अपने मताधिकार का प्रयोग किया था मध्यप्रदेश में भाजपा की सरकार बनने का सबसे बड़ा कारण मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की बहना योजना के द्वारा लगाया गया मास्टर-स्ट्रोक था जिससे कांग्रेस पूरी तरह से धराशाही हो गई और भाजपा ने इस योजना के सहारे 230 सीटों में से 163 सीटे जीतकर प्रचंड बहुमत हासिल कर लिया और कांग्रेस सिर्फ 66 सीटो पर सिमटकर रह गई।
इसी तरह राजस्थान की जनता ने राजस्थान की परंपरा कायम रखी और हर 5 साल में सरकार बदलने का चलन बदस्तूर जारी है भाजपा ने राजस्थान की 200 सीटों में से 199 सीटो पर हुए चुनाव में 115 सीटे जीतकर राजस्थान कांग्रेस की अशोक गहलोत सरकार को बेदखल करते हुए राजस्थान पर कब्ज़ा कर लिया लेकिन सबसे ज़्यादा हैरत छत्तीसगढ़ में हुई है जहाँ एक्ज़िट-पोल में भी छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार बनती दिख रही थी लेकिन मतगड़ना के दौरान भाजपा का ऐसा बवंडर चला की कांग्रेस तिनके की तरह उड़ गई छत्तीसगढ़ में भाजपा ने 90 सीटों में से 54 सीटो पर कब्ज़ा जमाया और कांग्रेस 35 सीटों तक सिमट के रह गई।
मध्यप्रदेश में कुछ चौकाने वाले नतीजे भी सामने आए है शिवराज-सरकार के 12 मंत्री चुनाव हार गए है जिनमे गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा, सुरेश धाकड़, रामखेलावन पटेल, अरविंद भदौरिया, गौरीशंकर बिसेन, कमल पटेल, महेंद्र सिसोदिया, इसके अलावा पूर्व मंत्री माया सिंह, रामपाल सिंह, केंद्रीय मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते और सांसद गणेश सिंह भी चुनाव हार गए है।
इसी तरह कांग्रेस के भी कई दिग्गज चुनावी मैदान में धराशाही हो गए है इनमें नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविंद सिंह, जीतू पटवारी, पीसी शर्मा, सज्जन सिंह वर्मा, विजयलक्ष्मी साधो, तरुण भनोट, राजकुमार पटेल, मुकेश नायक, लक्ष्मण सिंह आदि बड़े नाम है राजधानी भोपाल की बात करे तो 7 सीटो वाली राजधानी में कांग्रेस को एक सीट का नुकसान हुआ है भोपाल दक्षिण-पश्चिम विधानसभा सीट भाजपा के भगवानदास सबनानी ने कांग्रेस के पीसी शर्मा को हराकर जीत ली है भगवानदास सबनानी पहली बार विधायक बने है इसी तरह गोविंदपुरा, हुज़ूर, नरेला और बैरसिया में भाजपा ने अपना कब्जा बरकरार रखा है भोपाल मध्य से आरिफ मसूद ने लगातार दूसरी बार चुनाव जीता है वहीं कांग्रेस के सबसे मजबूत गढ़ में से एक भोपाल-उत्तर सीट पर भी कांग्रेस ने अपना वर्चस्व कायम रखा है यहाँ से पूर्व मंत्री और वरिष्ठ कांग्रेस नेता आरिफ अक़ील के पुत्र आतिफ अक़ील पहली बार विधायक चुने गए है और अपने पिता की विरासत को कायम रखने में कामयाब हुए है।