भोपाल । डिप्टी कलेक्टर बहन निशा बांगरे का है। जिन्हें अपने ही निवास पर धार्मिक आयोजन में शामिल नहीं होने का तुगलकी फरमान दिया गया था। जिस कृत्य से बहिन निशा बांगरे आहत हुई और उन्हें तथागत भगवान गौतम बौद्ध जी की अस्थि कलश यात्रा
कार्यक्रम में सम्मिलित न होने से रोका गया। उन्हें अपने परिवार व सामाजिक लोगों से मिलने जैसा नियम विरुद्ध फरमान देकर मध्यप्रदेश सरकार व प्रशासन की सोच प्रगट की गई। जिसके परिणामस्वरूप निशा बहिन ने निर्णय लिया कि ऐसा पद किस काम का है जो कि सामाजिक और धार्मिक अनुष्ठान में जाने पर रोक लगाई जा रही है।
इस प्रकार के फरमान पर निशा बांगरे ने अपने डिप्टी कलेक्टर के पद पर इस्तीफा देने का अहम फैसला किया। उनका इस्तीफा स्वीकार नहीं किया जा रहा है। जिससे साफ तौर पर जाहिर है कि भाजपा के शासन में किस तरह के अन्याय, भेदभाव और उत्पीड़न किया गया है। इस्तीफा को लेकर न्याय यात्रा 335 किलोमीटर की दिनांक 28 सितंबर 2023 आमला
से प्रारम्भ कर 9 अक्टूबर 2023 को भोपाल मुख्यमंत्री निवास आयेगी। जिस न्याय यात्रा में हजारों अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति वर्ग सहित पिछड़ा वर्ग और अनेक सामाजिक संगठनों के लोगों का समर्थन होगा। बहिन निशा बांगरे के साथ न्याय हो उनका त्याग पत्र स्वीकार किया जाये। इस न्याय पदयात्रा में*सतगुरु संत रविदास कल्याण फाउंडेशन
भारत के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री महेश नंदमेहर एवं मूलचंद मेधोनिया राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी एवं प्रवक्ता संत रविदास कल्याण फाउंडेशन भारत के सैकड़ों प्रतिनिधियों के साथ बहिन निशा बांगरे की न्याय यात्रा में शामिल होंगे और भाजपा की दलित विरोधी योजना की निंदा की जायेगी। फाउंडेशन के
राष्ट्रीय पदाधिकारियों में श्री रामविलास तिलवारी, श्री सुम्मेर सिंह जाटव, श्री लोकेश नंदमेहर, श्री शोभराज गन्नौरे , श्री मुकेश चौधरी, श्रीमती सीमा राठौर, श्री नौमेश नंदमेहर अपने फाउण्डेशन के सैकड़ों लोगों के साथ बहिन निशा बांगरे की पद यात्रा में शामिल होकर जन समर्थन देंगे।