*जल जंगल जमीन जीवन बचाओ सांझा मंच मध्यप्रदेश की श्याम कुमारी ध्रुवे जी ने वीर मनीराम अहिरवार को श्रद्धा सुमन अर्पित किये*
*गोंडवाना साम्राज्य के राजमहल की धरोहर बचाने वाले अमर शहीद वीर मनीराम अहिरवार जी को सम्मान न देना नाइंसाफी : श्याम कुमारी ध्रुवे*
भोपाल। देश की आजादी में हर वर्ग के क्रांतिकारी वीरों और वीरांगनाओं ने कुर्बानी दी है, यह एक सच्चाई है। लेकिन हमारे अनुसुचित जाति व अनुसूचित जनजातियों के महापुरुषों को अभी तक महान योगदान देश की आजादी में कुर्बानी देने के पश्चात अभी तक सम्मान न दे यह तो सरासर नाइंसाफी हुई। हमारे पूर्वजों ने आजादी के महायज्ञ में प्राणों की आहुति दी है। जैसे कि भगवान विरसा मुंडा जी, अछूतानंद जी, टडया भील जी, राजा शंकर शाह जी एवं रघुनाथ शाह जी, झलकारी बाई जी रानी, दुर्गावती जी, रानी कमलापति जी, बाबू जगजीवन राम जी, एवं वीर मनीराम अहिरवार जैसे अनेक बलिदानी महापुरुषों ने अपने अपने स्तर पर देश के लिए आजादी दिलाने में सब कुछ न्यौछावर कर दिया है। ऐसे अनेक हमारे गुमनाम दलित
आदिवासियों ने आजादी के आन्दोलन में सहयोग कर कुर्बानी दी। जिन्हें क्या प्रत्येक जिले के सेनानी दस्तावेजों में वे रिकार्ड में दर्ज न करना अनुचित है। अतः शासन को अवश्यक रुप से इस दिशा में नाम उजागर करना चाहिए। जिनकी हमारे वर्ग के द्वारा अभी तक मांग उठाना पड़ रही है कि सम्मान क्यों नही दिया। वीर मनीराम जी के सुपौत्र मूलचन्द मेधोनिया की जी के निवास पर आकर जल जंगल जमीन जीवन बचाओ सांझा मंच मध्यप्रदेश की समाजसेविका श्याम कुमारी ध्रुवे जी डिंडौरी मध्यप्रदेश ने सन 19 42 के स्वतंत्रता आंदोलन में अंग्रेजी सेना से संघर्ष करने वाले महान क्रांतिकारी वीर मनीराम जी के छाया चित्र पर फूल अर्पित कर श्रद्धा सुमन अर्पित किये और मोमबत्ती प्रज्वलित कर नमन किया।
इस मौके पर नरसिंहपुर जिले के गोटेगांव निवासी श्री डालचंद चौधरी जी (रिटायर्ड बैंक आॅफीसर) जो कि अहिरवार समाज व अनुसूचित जाति के विभिन्न सामाजिक संगठनों के सरोकारी है। जिन्होंने भी नरसिंहपुर जिले के स्वतंत्रता संग्राम आन्दोलन में शहादत देने वाले महान क्रांतिकारी अमर शहीद वीर मनीराम अहिरवार जी के चित्र पर पुष्प अर्पित किये और मोमबत्ती जलाकर श्रध्दांजलि अर्पित की। जल जंगल जमीन जीवन बचाओ सांझा मंच मध्यप्रदेश के तहत सैकड़ों संगठन एक मंच पर संघर्ष कर रहे है कि हमारी बिरासत बचाई जाये, हमारे पूर्वजों व पुरखों के साथ जो अन्याय किया है। उन्हें जानबूझकर सम्मानित करने से वंचित किया गया है। लडाई हमारे पूर्वजों ने भी लडी जिसका श्रेय व फायदा कुछ चन्द्र लोगों ने उठाया और अभी तक लाभ ले रहे हैं। हमारे पूर्वजों का इतिहास छुपाते, दबाने की भरसक कोशिश की जा रही है। जो कि गोंडवाना समाज और दलित समाज अब बर्दाश्त नहीं करेंगे।
उल्लेखनीय है कि सांझा मंच वर्तमान में सैकड़ों संगठनों जो कि वर्तमान में जमीनी स्तर पर काम कर रहे हैं। जिसके दर्जनों पदाधिकारियों की टीम सम्पूर्ण मध्यप्रदेश के दलित आदिवासी बाहुल्य विधानसभा क्षेत्रों में दिन रात समाज के लिए जगाने का काम कर रहे हैं। विभिन्न जातियों, समूह व वर्गों के संगठनों के बुद्धिजीवियों, समाजसेवी, पत्रकार, साहित्यकार, सेवा निवृत्त अधिकारी, कर्मचारी युवा महिला और पुरुषों की हर क्षेत्र में जाकर बैठकें ले रहे हैं, जनसम्पर्क कर बता रहे हैं है कि अभी तक जिन्होंने हमारे साथ अन्याय किया है उन्हें सबक दिया जाये। बड़ी संख्या में दलित आदिवासियों का जनसमर्थन मिल रहा है। उक्त दिशा में सांझा मंच की योजनाबद्ध तरीके से काम हो रहा है। मंच के पदाधिकारियों ने साफ लहजे में कहा कि हमारे अनुसूचित जाति के एकमात्र शहीद वीर मनीराम अहिरवार जी को जो भी राष्ट्रीय शहीद का दर्जा देगें, उनके जन्म स्थान चीचली में स्मारक बनाकर उनके उत्तराधिकारी परिवार को जो एक शहीद परिवार को दिया जाता है वह देने का जो वचन देगें। निश्चित रूप से सांझा मंच उन्हें सहयोग करेंगे।
यह पहली बार गोंडवाना व दलितों के संगठनों के द्वारा पहल की जा रही है कि मध्यप्रदेश के एकमात्र अनुसूचित जाति के वीर शहीद मनीराम जी अहिरवार को शहीद दर्जा दिलाने के लिए हरसंभव कोशिश होगी। जल जंगल जमीन जीवन बचाओ सांझा मंच की श्याम कुमारी ध्रुवे जी एवं श्री डालचंद चौधरी जी ने मूलचन्द मेधोनिया को आश्वासन दिया है कि हमारे द्वारा उक्त मामले को लेकर आदिवासी समाज के सम्मानित विधायकों के द्वारा विधानसभा कोंशचन भी लगवाये तथा वीर शहीद मनीराम अहिरवार जी को सम्मान दिलाने में सहायता करेंगे।