केंद्रीय बजट में छात्रों-युवाओं के लिए निराशा, देश बेरोजगारी-महंगाई से त्रस्त। – हर्ष भुसारी
बैतूल || एन.एस.यू.आई के छात्र नेता हर्ष भुसारी ने मोदी सरकार पर सवाल उठाते हुए कहा कि मोदी सरकार को छात्रों से कुछ ज्यादा ही तकलीफ है। कोरोना महामारी के रिलीफ पैकेज से लेकर आज तक के बजट में छात्रों को लगातार नजरअंदाज किया जाता रहा है।
सिर्फ नर्सिंग कॉलेजों के खोलने की हेडलाइन के अलावा सरकार ने एक भी घोषणा छात्रों के लिए नहीं की। शिक्षा बजट की बड़ी झूठी हेडलाइन के बाद भी शिक्षण संस्थानों में पद खाली है। कहां जा रहा है बजट। रिसर्च ग्रांट्स व सीनियर रिसर्च फैलो को लगातार खत्म किया जा रहा है।
हर्ष ने कहा की यह बजट आंकड़ों का बजट है। इसमें किसानों एवं छोटे व्यापारियों की भी कोई बात नहीं की गई इसमें उद्योगपतियों के लिए ही बात कही गई है।
न रोजगार की बात ना महंगाई से राहत की बात की गई है।
यह बजट निराशा का बजट है। यह सरकार जब-जब आई है नौकरी पेशा एवं मध्यवर्गीय व्यापारियों का कमर तोड़ कर रख देती है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के लिए कोई प्रकार की घोषणा नहीं की गई।