जल्दबाजी करने से दोष लगता है पितर भोजन ग्रहण नही करते । श्राद्ध वाले दिन किसी पर क्रोध न करें

श्राद्ध करने के समय कुछ नियमों का पालन करें , पितर जल्दी प्रसन्न होते है और प्रेमपूर्वक भोजन ग्रहण करते है । सभी मनोकामनाएं पूर्ण करते है और अपनी कृपा बनाये रखते है लेकिन कुछ बातें हूं जिनका हमे ध्यान रखना चाहिए :-

1 श्राद्ध वाले दिन जल्दबाजी नही करनी चाहिए , स्त्रियों को प्रेमपूर्वक-आराम से श्राद्ध का भोजन बनाना चाहिए, पुरुष भी नौकरी या duty या दुकान के चक्कर में जल्दबाजी न करें हो सके तो अवकाश लें और सिर्फ मन को पितरों की सेवा में लगाएं, जल्दबाजी करने से दोष लगता है पितर भोजन ग्रहण नही करते । श्राद्ध वाले दिन किसी पर क्रोध न करें ।

2 मूली का कस ( सलाद), बैंगन की सब्जी, अरहर या मसूर की दाल, प्याज लहसुन आदि नही बनना चाहिए ।

3 हींग का प्रयोग नही करना चाहिए ।

4 श्राद्ध वाले दिन दही और घी नही चलाना(बिलौना) चाहिए, गौ/हत्या मांस खाने का का पाप लगता है ।

5 सम्भव हो यदि आप सामर्थ्यवान है तो चांदी के बर्तनों का प्रयोग करें ।

6 रजस्वला स्त्री और कुत्ते आदि की दृष्टि श्राद्ध के भोजन पर नही पड़नी चाहिए । इससे पितर भोजन नही करते ।

7 प्रातःकाल जल्दी ब्राह्मण को नही भोजन नही कराना चहिए ।

8 श्राद्ध वाले दिन धूम्रपान, शराब , स्त्री संग इन सबसे बचना चाहिए ।

9 श्राद्ध में अधिक से अधिक काले तिल, कुश आदि का प्रयोग कर , तर्पण आदि करें ।

10 श्राद्धपक्ष में क्षौरकर्म ( बाल या दाढ़ी मूछ बनवाना ) नही करना चाहिए ।

11 एक हाथ से ब्राह्मण के लिए भोजन नही लाना चाहिये ।

12 काले तिलों को जमीन जमीन पर बिखेर कर ब्राह्मण को भोजन कराना चाहिए ।

13 स्त्री से श्राद्ध के ब्राह्मण को भोजन कराने के बाद झूठे बर्तन नही उठवाने चाहिए अर्थात पुत्र ही झूठे बर्तन उठावे ।

14 श्राद्ध एकांत में गुप्त रूप से करना चाहिए ।

15 श्राद्ध वाले दिन सोना नही चाहिए ।

16 कम से कम तीन ग्रास खाने तक ब्राह्मण से नमक मिर्च आदि के विषय में नही पूछना चाहिए ।

बाकी है तो बहुत कुछ लेकिन ये नियम ऐसे है जिनका पालन आसानी से किया जा सकता है इसलिए श्रद्धापूर्वक ब्राह्मण को भोजन करा कर दक्षिणा , कपड़े (अवश्य दें) आदि देने चाहिए, अच्छे ब्राह्मणों का चयन करें , पितरों से कृपा बनाये रखने के लिए प्रार्थना करें एवं श्राद्ध के पश्चात क्षमा याचना करें ।

गीतामृत गंगा से जुड़ें और मन में उठने वाली धार्मिक जिज्ञासाओं को शांत करें । सनातन धर्म का प्रचार प्रसार करें ।

।। जय श्री राम ।।

Get real time updates directly on you device, subscribe now.