natural farming : प्राकृतिक कृषि के इच्छुक किसानों से शीघ्र ही संवाद करेंगे मुख्यमंत्री

आज किसान कल्याण तथा कृषि विकास विभाग की‍ गतिविधियों की समीक्षा की। प्रदेश के प्राकृतिक कृषि के इच्छुक किसानों से शीघ्र ही संवाद कार्यक्रम होगा। इसमें प्राकृतिक कृषि के विशेषज्ञ भी शामिल होंगे। कृषि को बढ़ावा देने के लिए प्रदेश में 59 हजार किसानों के पंजीयन और 28 हजार से अधिक किसानों को प्राकृतिक कृषि का प्रशिक्षण देने का कार्य महत्वपूर्ण उपलब्धि है। कृषि क्षेत्र में नैनो यूरिया, फार्म गेट एक्ट की पहल और कृषि क्षेत्र में उन्नति एप का प्रयोग भी प्रशंसनीय है।

वर्तमान में आईटीसी द्वारा औषधीय अश्वगंधा और तुलसी के 4500 एकड़ क्षेत्र में उत्पादन के साथ ही ग्रीन एंड ग्रेंस का जैविक सब्जियों और अनाज का 1235 एकड़ में उत्पादन कार्य प्रारंभ हो गया है। चार अन्य परियोजनाओं पर परीक्षण की कार्यवाई चल रही है। इनमें विदिशा जिले में हरी मटर औरधनिया,रीवा,सतना, ग्वालियर, देवास, इंदौर, उज्जैन और शाजापुर में आलू उत्पादन, देवास में बांस उत्पादन और नर्मदा पुरम, सीहोर एवं छिंदवाड़ा में संतरा और अमरूद का उत्पादन भी बढ़ाने का प्रयास है।

बैठक में बताया गया कि प्रदेश में तरल अर्थात नैनो यूरिया को प्रोत्साहन दिया जा रहा है। इफको के सहयोग से यह कार्य हो रहा है। प्रदेश के कुछ जिलों में ड्रोन के माध्यम से करीब 1000 एकड़ कृषि क्षेत्र में नैनो तरल यूरिया के छिड़काव का अभिनव प्रयोग किया गया।

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