नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति भारत को एक महान देश बनाएगी – अमित शाह

राष्ट्रीय शिक्षा नीति पर दिए गए व्याख्यान का विजय भवन में हुआ लाईव प्रसारण

बैतूल। केन्द्रीय गृह व सहकारिता मंत्री अमित शाह ने सोमवार की शाम भोपाल में स्व.कुशाभाउ ठाकरे जन्मशताब्दी समारोह अंतर्गत नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 विषय पर वैचारिक प्रबोधन दिया। कार्यक्रम को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा ने भी संबोधित किया। कार्यक्रम का लाईव प्रसारण सभी जिलो के साथ बैतूल जिला मुख्यालय पर भी जिला कार्यालय विजय भवन में किया गया। उल्लेखनीय है कि इस गरिमामय कार्यक्रम का मंच संचालन कुशाभाउ ठाकरे जन्म शताब्दी वर्ष समारोह समिति के सचिव एवं बैतूल के पूर्व सांसद हेमंत खंडेलवाल द्वारा किया गया। अपने उदबोधन में गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि देश में पहले जो शिक्षा नीति प्रचलित थी वो बच्चो को एक सफल प्रोफेशनल बना सकती थी। डाक्टर,इंजीनियर बना सकती थी। लेकिन जो शिक्षा नीति बच्चो को एक महान व्यक्ति न बनाए, जो उसके व्यक्तित्व और मन की शक्ति का विकास न कर सके वह सही नही हो सकती। महान देश सिर्फ नदियो,पहाडो और संसाधनो से नही बनते बल्कि वो महान व्यक्तियो के कारण महान होते है। मोदी जी ने 2020 मे जो राष्ट्रीय शिक्षा नीति लागू की है वह देश के बच्चो को महान व्यक्ति महामानव बनाएगी तथा देश को एक महान देश बनाएगी जो सारी दुनिया में सूरज की तरह चमकेगा। नई शिक्षा नीति भारत की आत्मा और भारतीयता की उदघोषणा है। वही शिक्षा नीति सार्थक है जो मनुष्य को उत्कृष्ट बनाए – श्री शाह ने कहा कि अंग्रेजो के शासनकाल मे हम अपनी शिक्षा के मूल्यो से भटक गए थे। शिक्षा सिर्फ रोजगार देने या क्लर्क पैदा करने का जरिया बन गई थी। उस समय शिक्षा का उददेश्य छात्रो के विकास की संभावना तलाशना नही था। जबकि कोई भी शिक्षा नीति तभी सार्थक है जब वह मनुष्य की आंतरिक शक्तियो को अभिव्यक्ति देकर उत्कृष्ट बनाने का काम करें। श्री शाह ने कहा कि मैने नई शिक्षा नीति के संबध में कई विशेषज्ञो से चर्चा की है। कोई इसमें रोजगार की प्रबल संभावनाएं देखता है तो कोई टैक्नालॉजी और अनुसंधान के लिए पर्याप्त स्पेस देखता है और किसी को इसमें दुनिया के अच्छे पाठयक्रम दिखाई देते है। लेकिन मुझे यह भारत की आत्मा और भारतीयता की उदघोषणा दिखाई देती है। जिसमें सभी महान शिक्षाविदो के विचार समाहित है। श्री शाह ने कहा कि पहले जब शिक्षा नीतियां लागू होती थीं, तो बहुत वाद-विवाद होता था, विरोध होता था क्योंकि सभी के विचार अलग होते हैं। लेकिन मोदी जी ने जब 2020 में नई शिक्षा नीति लागू की तो कहीं से कोई विरोध नहीं हुआ। इसकी वजह यह है कि इसे लागू करने से पहले बहुत लंबा और गहन विचार-विमर्श किया गया। यही वजह है कि हर शिक्षाविद को यह नीति वैसी ही लगती है जैसी वो चाहता था।

चलती-फिरती यूनिवर्सिटी थे स्व. कुशाभाऊ ठाकरे –

स्व. कुशाभाऊ ठाकरे को श्रद्धांजलि देते हुए केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि अधिकतर ऐसे नेताओं को महान समझा जाता है। जो किसी रास्ते को जानता है और अपने अनुयायियों को वह रास्ता दिखाता है। लेकिन कुशाभाऊ ठाकरे ऐसे नेता थे जो न सिर्फ रास्ते को जानते और दिखाते थे। बल्कि उस रास्ते पर खुद चलते थे और अपने कार्यकर्ताओं को भी चलाते थे। श्री शाह ने कहा कि उनका पूरा जीवन पार्टी को समर्पित रहा और किसी को यह जानना है कि भाजपा का कार्यकर्ता कैसा होना चाहिए तो वह कुशाभाऊ ठाकरे जी के जीवनवृत्त से जान सकता है। स्व. कुशाभाऊ ठाकरे एक चलती-फिरती यूनिवर्सिटी थे। श्री शाह ने कहा कि ठाकरे जी अपने राजनीतिक जीवन में कई पदों पर रहे लेकिन वे हमेशा कुशाभाऊ ही रहे। मध्यप्रदेश के कार्यकर्ता भाग्यशाली हैं कि उन्हें स्व. ठाकरे जी के साथ काम करने का अवसर मिला। विद्यार्थियों के आत्मनिर्भर बनने, आत्मसम्मान से जीने का मार्ग प्रशस्त हुआ

चौहान मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने कार्यक्रम में संबोधित करते हुए कहा कि क्रिटिकल थिंकिंग, क्रिएटिविटी, कोलेवरेशन, क्यूरेसिटी और कम्युनिकेशन की बात का उल्लेख प्रधानमंत्री जी अपने भाषण में करते हैं। मध्यप्रदेश में हम इन पांचों आयामों पर काम कर रहे हैं। मध्यप्रदेश में सीएम राइज स्कूल खोले जा रहे हैं जहां बच्चों के लिए बेहतर इन्फ्रास्ट्रक्चर, लैब, लाइब्रेरी, खेल मैदान, स्मार्ट क्लास होगी। उन्होंने कहा कि हम गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा दे सकें। इस दिशा में 370 सीएम राइज स्कूल प्रारंभ कर दिए हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री जी ने नई शिक्षा नीति में मातृभाषा में शिक्षा देने की बात कही। मुझे खुशी है कि मध्यप्रदेश देश का पहला राज्य है जहां हम मातृभाषा में शिक्षा देने का काम करेंगे। इस सत्र से मेडीकल और इंजीनियरिंग पढाई हिंदी में प्रारंभ हो जायेगी। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री जी ने नई शिक्षा नीति में व्यवसायिक शिक्षा पर जोर दिया है। इस दिशा में मध्यप्रदेश ने काम किया है।

ठाकरे जी की संकल्पना को जमीन पर साकार कर रहा मध्यप्रदेश संगठन: शर्मा

 

पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष व सांसद विष्णुदत्त शर्मा ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी इस वर्ष को स्व. कुशाभाऊ ठाकरे जन्मशताब्दी वर्ष के रूप में मना रही है। यह वर्ष संगठन के कार्य विस्तार और सुदृढ़ीकरण के साथ ही सामाजिक दृष्टि से भी महत्वपूर्ण है। इस वर्ष संगठनात्मक कार्य के साथ ही समाज के विभिन्न क्षेत्रों और विभिन्न विषयों पर समाज के प्रबुद्धजनों के साथ प्रबोधन के कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि कुशाभाऊ ठाकरे जी ने जिस पद्धति के साथ संगठन का विस्तार करते हुए अपना संपूर्ण जीवन खपा दिया था मध्यप्रदेश के कार्यकर्ता उस पद्धति को अंगीकार कर बूथ को मजबूत करने का काम कर रहे है। श्री शर्मा ने बताया कि ठाकरे जी जन्मशताब्दी वर्ष के अंतर्गत प्रदेश के 10 स्थानों पर वैचारिक प्रबोधन के कार्यक्रम हो रहे हैं। पहला कार्यक्रम सागर में संविधान निर्माता डॉ. भीमराव अंबेडकर के व्यक्तित्व और कृतित्व पर केन्द्रित प्रबोधन का था। उसी कड़ी में आज राष्ट्रीय शिक्षा नीति पर केन्द्रीय गृह मंत्री श्री अमित शाह का वैचारिक प्रबोधन है। ये रहे उपस्थित – विजय भवन में हुए लाईव प्रसारण में सांसद डीडी उइके, जिलाध्यक्ष आदित्य बबला शुक्ला, विधायक डा.योगेश पंडाग्रे, पूर्व सांसद सुभाष आहूजा, वरिष्ठ नेता रमेश मिश्रा, पूर्व जिलाध्यक्ष वसंत बाबा माकोडे, नपाध्यक्ष पार्वती बारस्कर, उपाध्यक्ष महेश राठौर, जिलाउपाध्यक्ष आनंद प्रजापति, इंद्रपाल पुण्डे, जिला महामंत्री कमलेश सिंह, जिला सह कोषाध्यक्ष दीपक सलूजा, मीडिया प्रभारी शैलेन्द्र आर्य, गंज मंडल अध्यक्ष विकास मिश्रा, मोर्चा अध्यक्ष ममता मालवी, सीताराम चढोकार, किशोर मोहबे, भास्कर मगरदे, शारिक खान, अरूण श्रीवास्तव,मधु पाटनकर, राजेन्द्र साहू, सतीश बडोनिया, भोला खंडेलवाल, देवीदास खाडे, जिपं सदस्य जगन उइके, जपं सदस्य कमल मालवीय, राजेश शर्मा, कैलाश धोटे, भगवत चढोकार, पवन यादव, गीतेश बारस्कर, पिंटू महाले, सतीश महाते सहित बडी संख्या में गंज व कोठीबाजार मंडल के कार्यकर्ता उपस्थित थे। लाईव प्रसारण का समन्वय अल्पसंख्यक मोर्चा के प्रदेश मीडिया प्रभारी अबिजर हुसैन और जिला सोशल मीडिया प्रभारी जीवन बुवाडे ने किया।

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