जाने : लू से बचने के लिए क्या करे
लू-ताप घात से बचाव हेतु आमजन द्वारा रखी जाने वाली सावधानियां
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स्वास्थ्य विभाग द्वारा लू-ताप घात से बचाव हेतु आमजन को सावधानियां रखने हेतु सलाह दी गई है।
क्या करें-
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👉 समुचित हाइड्रेशन एवं निर्जलीकरण से बचाव हेतु प्यास न लगने पर भी पर्याप्त पानी का सेवन करते रहें।
👉 यात्रा करते समय पेयजल अवश्य साथ रखें।
👉 घरेलू पेय पदार्थ यथा नीबू पानी, छाच, लस्सी, फल का रस आदि का सेवन बार-बार करें एवं थोड़ा सा नमक अवश्य मिलायें।
👉 ओआरएस घोल का सेवन आवश्यकतानुसार किया जाये।
👉 अधिक पानी की मात्रायुक्त फल, सब्जियां जैसे- तरबूज, खरबूज, संतरे, अंगूर, अनानास, खीरा आदि अधिक मात्रा में खायें।
👉 लू-ताप से बचाव हेतु यथासंभव हल्के रंग के ढ़ीले-ढाले सूती वस्त्र पहनें।
छाता, टोपी, गमछा या अन्य पारंपरिक सिर ढक़ने वाले वस्त्रों से सिर को सीधी धूप से बचायें।
👉 धूप में बाहर जाते समय जूते-चप्पल का उपयोग अवश्य करें।
👉 लू-ताप व भीषण गर्मी के प्रति सचेत रहने हेतु रेडियो, टीबी, स्थानीय समाचार पत्रों के द्वारा मौसम संबंधी अद्य्तन जानकारी से अपडेट रहें व सचेत रहें।
👉 यथासंभव अंदर रहने संबंधी सतर्कताओं का पालन करें जैसे- ठंडे एवं हवादार स्थानों में रहें, दिन के समय खिड़कियों को बंद रखें एवं पर्दों से ढक़ें, रात के समय ठंड़ी हवा के प्रवाह हेतु खिड़कियां खोल दें।
👉 यदि बाहर जाना अत्यंत आवश्यक हो तो दिन के ठंडे समय जैसे- प्रात:काल/सांय काल में अधिकतम कार्य करने का प्रयास करें।
👉 लू-ताप व भीषण गर्मी जनित रोगों के लिये गर्भवती महिलाएं, शिशु, छोटे बच्चे, बाहर काम करने वाले लोग, मानसिक रोगी, हृदय रोग या उच्च रक्तचाप से ग्रषित रोगी या ठंडे प्रदेशों से यात्रा करने वाले व्यक्ति अधिक संवेदनशील होते हैं। इनके द्वारा पर्याप्त पेय पदार्थों का सेवन तथा शारीरिक तापमान को कम रखने हेतु हर संभव प्रयास किया जाये।
क्या न करें-
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👉 दोपहर के समय विशेषकर 12 से 3 बजे के बीच आमजन धूप में बाहर न निकलें।
👉 खाना पकाते समय दरवाजे, खिड़कियों को खुला रखा जाये, ताकि हवा का संचरण हो सके।
👉 गर्मी के मौसम में मदिरा, चाय, कॉफी, कॉर्बोनेटेड़ साफ्टड्रिंक आदि के सेवन से परहेज किया जाये, क्योंकि इन पदार्थों में व्याप्त अत्यधिक शक्कर की मात्रा होने के कारण शारीरिक जल का विघटन होना संभव है।