राजनैतिक दलों ने अनुसूचित जाति के अहिरवार समाज के क्रांतिकारी को न सम्मान दिया गया और न ही उनके जन्म स्थान चीचली में स्मारक बनाया
गाडरवारा। मध्यप्रदेश के एकमात्र अनुसूचित जाति के वीर शहीद मनीराम अहिरवार जी जो कि स्वतंत्रता आंदोलन में महात्मा गांधी जी के नेतृत्व में अंग्रेजों भारत छोड़ो आन्दोलन सन 19 42 के क्रांतिकारी आंदोलन में चीचली नगर के गोंड राजा श्री शंकर प्रताप सिंह जू देव के राजमहल की धरोहर को बचाने और अंग्रेजी सेना से युद्ध लड़कर उन्हें गांव से खदेड़ने वाले महान क्रांतिकारी वीर सपूत मनीराम को देश में आजादी का अमृत महोत्सव 75 वीं वर्षगांठ मनाने के
पश्चात भी किसी भी राजनैतिक दलों ने अनुसूचित जाति के अहिरवार समाज के क्रांतिकारी को न सम्मान दिया गया और न ही उनके जन्म स्थान चीचली में स्मारक बनाया।
वीर शहीद मनीराम जी के सुपौत्र मूलचन्द मेधोनिया मांग करते आ रहे है। लेकिन न कांग्रेस से ध्यान दिया तथा न ही भाजपा ने उन्हें सम्मान देने का साहस किया। सभी पद व सरकार बनाने के बाद भूल करते आ रहे है। अहिरवार समाज नरसिंहपुर जिले व नर्मदापुरम जिला सहित अन्य जिलों की समाज में खास तौर पर नाराजगी जताई जा रही है है
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कि हमारे वर्ग के महान सेनानियों व शहीद हुए वीरों का समान न करना जातिवाद वाली मानसिकता प्रतीत हो रही है।
नरसिंहपुर के समस्त अनुसूचित जाति की अहिरवार, जाटव, चौधरी, और सभी रविदास वंशीय समाज के बुद्धिजीवियों ने निर्णय लिया है कि जो भी दल हमारे वीर मनीराम अहिरवार जी को राष्ट्रीय शहीद का दर्जा देगा
और शहीद परिवार जनों को सम्मान देगी। उसी राजनैतिक पार्टी का विधानसभा चुनाव 2023 में समर्थन किया जायेगा। अनुसूचित जाति वर्ग के अलावा अन्य वर्ग के सामाजिक संगठनों व गणमान्य लोगों ने अपील की है कि आजादी के लिए अंग्रेजों को धूल चटाने वाले महान क्रांतिकारी अमर शहीद वीर मनीराम अहिरवार जीको राष्ट्रीय शहीद का दर्जा दिलाने हेतु पुरजोर मांग की गई है। जो वीर मनीराम जी को सम्मान देगा, अहिरवार समाज व रविदासी समाज उनका साथ देगा।
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