नहीं लगा फेरी वालों पर अंकुश : व्यापारियों में नाराजगी

फेरी वाले शासन को टैक्स का चूना लगाते हैं। हल्की क्वालिटी का माल नगर में और आसपास के अंचलों में लोगों को बेचकर चले जाते हैं

वही स्थानीय व्यापारी : चंदा, दुकानों का किराया, देने विभिन्न तरह के टैक्स वगैरा देने , लायसेंस बनवाने के बाद भी

घोड़ाडोंगरी नगर परिषद क्षेत्र में लगातार बढ़ते फेरी व्यापारियों के कारण नगर के व्यापारी आर्थिक संकट के दौर से गुजर रहे हैं । नाराज व्यापारी कल्याण संघ के नेतृत्व में ज्ञापन सोपकर फेरी वालों पर अंकुश लगाने की मांग की थी ।

ज्ञापन में बताया गया था कि फेरी वाले शासन को टैक्स का चूना लगाते हैं। हल्की क्वालिटी का माल नगर में और आसपास के अंचलों में लोगों को बेचकर चले जाते हैं ।वही स्थानीय व्यापारी : चंदा, दुकानों का किराया, देने विभिन्न तरह के टैक्स वगैरा देने , लायसेंस बनवाने के बाद भी व्यापार में नुकसान उठा रहा है ।

फेरी लगाने वालों के विरुद्ध : व्यापारी कल्याण संघ ने दिया ज्ञापन

फेरी व्यापारी के माध्यम से क्षेत्र की रेकी होती है और चोरी जैसी बड़ी घटनाएं भी होती रहती है। घोड़ाडोंगरी क्षेत्र में स्थिति यह है कि सालीढाना नदी के पास ही ट्रकों से माल आता है और फेरी के माध्यम से गांव-गांव में बेचा जाता है ।नगर और आसपास के क्षेत्र में फेरी व्यापारी डेरा डाले बैठे हैं जिससे स्थानीय व्यापारियों को आर्थिक संकट का सामना करना पड़ रहा है। व्यापारी कल्याण संघ ने ज्ञापन सोपकर फेरी व्यापारियों पर अंकुश लगाने की मांग की थी। लेकिन फिर भी फेरी व्यापारियों पर किसी तरह का कोई अंकुश नहीं लग पाया है। जिससे व्यापारियों में नाराजगी देखी जा रही है।

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