जिदंगी बचाने का जुनून बनाम ऑटो एम्बुलेंस चालक नीलेश चौधरी

जिदंगी बचाने का जुनून बनाम ऑटो एम्बुलेंस चालक नीलेश चौधरी
सडक़ हादसों में 110 से ज्यादा घायलों को हास्पीटल पहुंंचाकर बचाई जान
11 शवों को दुर्घटना स्थल से छोड़ चुके है अस्पताल
बैतूल। रात 11 बजे जब पुलिस को एक शव को जिला अस्पताल की मरच्यूरी तक पहुंचाने के लिए कोई वाहन नहीं मिला तो याद आई ऑटोएम्बुलेंस की और पुलिस की सूचना मिलते ही नीलेश चौधरी की ऑटो एम्बुलेंस दौड़ पड़ी। रात करीब 11.30 बजे एमएलबी स्कूल के साईड वाली गली से गाड़ाघाट निवासी बबलू गोस्वामी के शव को जिला अस्पताल की मरच्यूरी लाया गया। यह कोई पहला मौका नहीं था जब ऑटो एम्बुलेंस चालक नीलेश चौधरी जरुरत के समय मददगार बने। इसके पहले भी वे 11 शवों का विभिन्न विपरीत परिस्थितियों में परिवहन कर चुके है। बैतूल सांस्कृतिक सेवा समिति द्वारा वर्ष 2016 में जिले में ऑटो एम्बुलेंस योजना का संचालन प्रारंभ करने के बाद जिले के सैकड़ों ऑटो चालक सडक़ पर दुर्घटना के बाद तत्काल घायलों को हास्पीटल पहुंचाने का काम निस्वार्थ रुप से कर रहे है।

योजना कितनी मददगार साबित हो रही है इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि अकेले नीलेश चौधरी ही अब तक 112 सडक़, ट्रेन एवं अन्य हादसों में घायल 122 लोगों की जिदंगी बचा चुके है। जब लोगों की मदद की बारी आती है तो नीलेश न तो दिन देखते है और न ही रात बस सूचना मिलते ही इनकी ऑटो एम्बुलेंस दौड़ पड़ती है।
112 सडक़ हादसों में 122 को पहुंचाया ऑटो एम्बुलेंस से अस्पताल
बैतूल शहर के गेंंदा चौक के ऑटो चालक नीलेश चौधरी हमेशा खाकी ड्रेस में नजर आते है। उनकी एक अच्छी बात यह भी है कि लायसेंस, परमिट, फिटनेस जैसे तमाम दस्तावेज वे हमेशा अपडेट रखते है। कोविड काल में भी कोविड ऑटो एम्बुलेंस पीपीई किट पहनकर चलाते हुए नीलेश ने करीब एक सैकड़ा मरीजों की मदद की। कई गर्भवती महिलाओं को समय पर अस्पताल पहुंचाया।

बैतूल सांस्कृतिक सेवा समिति की अध्यक्ष गौरी बालापुरे पदम ने बताया कि ऑटो एम्बुलेंस योजना के पास घायलों एवं शवों का परिवहन करने वाले सभी ऑटो एम्बुलेंस चालकों द्वारा दी गई सेवाओं का रिकार्ड है। इस रिकार्ड के मुताबिक ऑटो एम्बुलेंस चालक नीलेश चौधरी ने 112 बार सडक़ हादसों में घायलों की मदद की है। इनके द्वारा अब तक 11 शवों को दुर्घटना स्थल से अस्पताल और कुछ मामलों में अस्पताल से घर पहुंचाया है। नीलेश द्वारा दी जा रही सेवाओं के लिए उन्हें दो बार जिला प्रशासन द्वारा पुलिस परेड ग्राउंड में आयोजित राष्ट्रीय कार्यक्रमों में भी सम्मानित किया जा चुका है। इसके अलावा संस्था द्वारा आयोजित जीवन रक्षक सम्मान समारोह में भी उन्हें जीवन रक्षक सम्मान से नवाजा गया है।
शवों के परिवहन पर विधायक हेमंत देते है प्रोत्साहन राशि

बैतूल के अलावा मुलताई में समाजसेवी दीपेश बोथरा एवं आमला में समाजसेवी मनोज विश्वकर्मा के संयोजन में ऑटो एम्बुलेंस योजना संचालित है। जब कभी जिले में किसी भी ऑटो एम्बुलेंस चालक द्वारा किसी शव का परिवहन किया जाता है तो प्रोत्साहन राशि का भुगतान बैतूल विधायक हेमंत खण्डेलवाल द्वारा किया जाता है। गौरतलब है कि अब 2016 से अब तक ऑटो एम्बुलेंस के माध्यम से 32 शवों का परिवहन किया जा चुका है। विभिन्न समाजसेवी संस्थाओं एवं सहयोगियों के वित्तीय सहयोग की वजह से ऑटो एम्बुलेंस योजना सतत संचालित है।

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