शासकीय महाविद्यालय सरणी में दो दिन तक चला गुरू पूर्णिमा उत्सव का कार्यक्रम

प्रमोद सूर्यवंशी

 

सारणी।।शासकीय महाविद्यालय सारणी में कार्यालय आयुक्त उच्च शिक्षा विभाग मध्यप्रदेश के पत्र क्रमांक/ २४१/३४५/आ ऊ शि माननीय मुख्यमंत्री के सानिध्य मे आज दिनांक 21एवं 22/07/24 दो दिवसीय गुरु पूर्णिमा कार्यक्रम का आयोजन किया गया। शासकीय महाविद्यालय सारणी में कार्य क्रम की शुरुआत सरस्वती वंदना के साथ प्रारम्भ की गई जिसमें मुख्य अतिथि के रूप मे सेवानिवृत पूर्व प्राचार्य
डॉ.प्रमिला वाधवाजी जनभागीदारी के अध्यक्ष श्री कमलेश सिंग जी और संस्था प्रमुख नव नियुक्त प्राचार्य डॉ.रश्मि रजक जी , एनएसएस प्रभारी श्री प्रदीप पन्द्राम जी और समस्त स्टाप के साथ छात्र छात्राए मौजूद थे। एवं आये हुए मुख्य अतिथियो का पुष्प गुच्छ और माला पहनाकर संस्था प्रमुख प्राचार्य का स्वागत वंदन किया ,

विद्यालय प्रमुख प्राचार्य रश्मि रजक ने गुरु और शिष्य के बारे में छात्र छात्राओ को जानकारी दी और समझाया कि गुरु बिना ज्ञान की प्राप्ति नही की जा सकती क्योंकि गुरु ही शिष्य मार्गदर्शक होता हैं एवं सेवानिवृत्ति पूर्व प्राचार्य डॉ प्रमिला वाधवा जी ने गुरु और शिष्य के बीच रिश्ते की बात करते हुए उन्होंने कहा गुरु वे होते हैं जो अंधकार में प्रकाश लाते हैं, अज्ञानता को दूर करते हैं और हमें जीवन का सही मार्ग दिखाते ,गुरु पूर्णिमा का महत्व गुरु और शिष्य के पवित्र संबंध का प्रतीक है। जनभागीदारी अध्यक्ष श्री कमलेश सिंग जी ने प्राचीन शिक्षा पदत्ति के बारे मे जानकारी

देते हुए बताया कि वेदों के रचयिता महर्षि वेद व्यास जी के जन्मोत्सव के उपलक्ष्य में हर साल ‘गुरू पूर्णिमा’ का पर्व मनाया जाता है। और धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, गुरु पूर्णिमा के दिन पूजा-पाठ, दान-पुण्य इत्यादि कर्म करने से विशेष लाभ प्राप्त होता है। माता-पिता का लें आशीर्वाद सनातन धर्म में सर्वप्रथम गुरु माता-पिता हैं। इसके साथ एनएसएस प्रभारी श्री प्रदीप पन्द्राम सर ने प्राचीन शिक्षा के इतिहास की जानकारी देते हुए बताया कि पौराणिक मान्यताओं के अनुसार गुरु पूर्णिमा को वेद व्यास का जन्म माना जाता है भारत में प्राचीन काल से ही गुरुओ की अहम भूमिका रही हैं।

एवं मुख्य अतिथि डॉ. साहेबराव झरबड़े जी ने गुरुपूर्णिमा महोत्सव के बारे मे जानकारी दी। गुरु के वाक्य और गुरुजनों के शिष्य सन्त एवं आध्यात्मिक गुरु संत रविदास जी के दोहे
मन चंगा तो कटौती में गंगा के बारे मे छात्रों को जानकारी दी।
मनोज नागले सर ने नैतिकता एवं योग के बारे मे छात्रों को जानकारी दी। कार्यक्रम को अन्य विद्वानों ने भी संबोधित किया और इस कार्यक्रम मे समस्त स्टाप एवं छात्र छात्राओं की उपस्थिति 70% रही दो दिवसी गुरु पूर्णिमा उत्सव कार्यक्रम के तहत कार्यक्रम किए गए 21/7/24 को ऑनलाइन कार्यक्रम दिखाया गया साथ ही महाविद्यालय में सेवानिवृत्ति पूरे प्राचार्य को विशेष अतिथि के रूप में बुलाकर उनका सम्मान किया गया

दूसरे दिन विशेष अतिथि के रूप में श्री साहेबराव झरबडे सर एवं अतिथि जन भागीदारी अध्यक्ष महोदय श्री कमलेश सिंह के साथ। 22/7/2024 को भी गुरु पूर्णिमा का पर्व मनाया गया
एवं कार्यक्रम का संपापन एवं आभार प्रकट डॉ. हरीश लोखंडे सर के द्वारा किया गया।

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