बरसते पानी में शहीद की क्षतिग्रस्त प्रतिमा का किया जीर्णोद्धार

पांच वर्ष बाद खेड़ली पहुंचे मूर्तिकार ने कुछ घंटों में कर दिया कायाकल्प

प्रतिमा को भीगने से बचाने शहीद की मां, भाई, भतीजे सहित समिति ने किए कई जतन

बैतूल। जिला मुख्यालय से 9 किमी दूर स्थित ग्राम खेड़ली में शहीद दिलीप उईके की क्षतिग्रस्त प्रतिमा का जीर्णोद्धार किया गया। भोपाल से बैतूल पहुंचे देश के प्रसिद्ध एवं अंतराष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त कलाकार डॉ कीर्ति सिंह ठाकुर ने बरसते पानी की परवाह न करते हुए पूरे दिन में प्रतिमा का क्षतिग्रस्त भाग सुधारकर, शाम तक कायाकल्प कर दिया। शहीद दिलीप उईके के स्मारक का निर्माण बैतूल सांस्कृतिक सेवा समिति ने वर्ष 2019 में जनसहयोग से कराया था। संभवत: पेड़ की डाली गिरने की वजह से यह प्रतिमा क्षतिग्रस्त हो गई थी। डा कीर्ति का कहना है कि स्मारक निर्माण के दौरान कई कठिनाईयां सामने

आई थी, उनके द्वारा जिले में पहली बार शहीद दिलीप की प्रतिमा बनाई थी, इस प्रतिमा और शहीद के परिवार से उनका आत्मीय लगाव है। वहीं शहीद के स्मारक निर्माण का वादा परिवार से निभाने वाली श्रीमती पदम को यह परिवार अपनी बेटी मानता है, हर सुख-दुख में उन्हें परिवार के सदस्य की तरह मान दिया जाता है।
बैतूल आने पर किया था प्रतिमा का काम पूरा करने का वादा
बीते दिनों खेड़ली में आयोजित एक कार्यक्रम में जब बैतूल सांस्कृतिक सेवा समिति की अध्यक्ष गौरी पदम सरपंच

रामकिशन टिकमे के आमंत्रण पर पहुंची तो उन्होंने शहीद की प्रतिमा को क्षतिग्रस्त देखा। प्रतिमा के छायाचित्र उन्होंनें मूर्तिकार डॉ कीर्ति सिंह ठाकुर से शेयर किए और उन्होंने क्षतिग्रस्त प्रतिमा देखते ही वादा कि बैतूल आने पर वह पहला काम इस प्रतिमा के सुधार का करेंगे। अपने वादे के मुताबिक बैतूल पहुंचने के बाद सोमवार को स्मारक पर पहुंचकर उन्होंने श्रीमती पदम को सूचना दी कि उन्होंने काम शुरु कर दिया है।

कुछ ही घंटों में कर दिया कायाकल्प
सोमवार सुबह से ही रिमझिम बारिश का सिलसिला जारी होने की वजह से प्रतिमा के सुधार में परेशानी जरुर आई, लेकिन डॉ कीर्ति ङ्क्षसह ने शहीद के परिवार, समिति के सदस्यों की मदद से कुछ ही घंटों में पूरा कर दिया। गौरतलब है कि पांच वर्ष बाद भी शहीद की प्रतिमा के रंग में कोई बदलाव नहीं आया था, जबकि यह प्रतिमा हर मौसम में मुक्ताकाश के नीचे ही रहती है। डॉ कीर्तिं ने शाम तक शहीद दिलीप की प्रतिमा के नए स्वरुप में ला दिया। इस दौरान प्रतिमा पर किया गया नया रंग कही बारिश में बह न जाए इसलिए शहीद की माताजी शिवकली बाई, भाई विनोद उईके, सरपंच रामकिशन टिकमे, गौरी पदम, भारत पदम, प्रदीप निर्मले, शिवम टिकम, तुकाराम उईके, मनीष सिहारे सहित अन्य ने सहयोग किया।

छत्र एवं बाउण्ड्री के लिए सीईओ से किया आग्रह
शहीद की प्रतिमा धूप, ठंड और बारिश में सुरक्षित रह सके इस हेतु बैतूल सांस्कृतिक सेवा समिति ने सीईओ जिला पंचायत अभिलाष मिश्र से छत्र लगाने के अलावा चारों ओर से सुरक्षित घेरा बनवाने हेतु आग्रह किया है। 

मिले रामदास : परिजनों ने जताई खुशी,आज का खुलासा के पाठकों का जताया आभार

Get real time updates directly on you device, subscribe now.