ब्रह्माकुमारीज द्वारा आयोजित 6 दिवसीय आवासीय समर कैंप समापन समारोह में सांसद डी डी उइके जी ने यह बात कही । आपने कहा की बच्चे देश के भविष्य है। उन्हें देश को आगे संभालना है। इसके लिए उन्हें आध्यात्मिक नैतिक रूस सशक्त करने की आवश्यकता है। बिना मूल्यों के मानव पशु तुल्य है । बच्चों ने यहां इनर ब्यूटी परीक्षाओं के डर से मुक्ति, अभिव्यक्ति कला ,साथ रहने की कला, मित्र बनाने की कला आदी चीजों सीखी है ।
जो नीरस समाज की आवश्यकता है। वे संस्कार हमारी ब्रह्मा कुमारी बहनें बच्चों में भर रही है । निश्चित ही ये अति सराहनीय कार्य है । इस मौके पर उन्होंने ब्रहमाकुमारीस और भारत सरकार के सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय की बीच हुए MOU का जिक्र भी किया और कहां कि संस्था सरकार के साथ मिलकर भारत को नशा मुक्त बनाने के लिए 3 साल तक प्रयास करेंगी।
ब्रम्हाकुमारी के नशा मुक्त अभियान का शुभारंभ दीपक जला कर किया गया । बच्चों ने नशा मुक्ति नाटक बहुत सुंदर मंचन किया और अपने अभिभावकों के सामने अपनी अनेक प्रस्तुति दी। ब्रहमा कुमारी बीके हेमलता बहन ने सभी को नशा मुक्त रहने और सर्व को नशा मुक्त बनाने की शपथ दिलाई ।
इस कार्यक्रम के साथी ही मदर्स डे भी सेलिब्रेट किया गया। केक कटिंग सेरेमनी में समाज सेविका बहन मीरा एंथनी, डॉ माधुरी ठाकुर, डॉक्टर कृष्णा मौसिक मुख्य रूप से उपस्थित रहे। ब्रह्माकुमारीज बैतूल की प्रमुख ब्रह्माकुमारी मंजू दीदी जी ने सभी अभिभावकों को संबोधित करते हुए कहा कि आप सबके बच्चे बहुत अच्छे हैं लेकिन वो सबसे ज्यादा माता पिता से ग्रहण करते हैं इसलिए आप जैसा घर में करेंगे बोलेंगे बच्चे भी वैसा ही सीखेंगे इसलिए आप सब में आध्यात्मिक मूल्य एवं
नैतिक मूल्यों अपनाने का संकल्प चाहिए। बाल विकास शिविर विशेषज्ञ ब्रह्माकुमारी सोनम जी जो कि वलसाड से हमारे बीच पधारी है ने भी सभी को संबोधित किया तथा वर्तमान शिक्षा पद्धति में आध्यात्मिकता की होने के महत्व की ओर इशारा किया । उन्होंने कहा कि आज बच्चे उच्च स्तर की पढ़ाई तो कर लेते हैं परंतु उस पढ़ाई में मूल्यों का अभाव है
जो जो कि उनके व्यवहारिक जीवन में दिखाई देता है। इस कार्यक्रम की अंत में सभी प्रतिभागी बच्चों में विजई बच्चों को प्रमाण पत्र मैडल एवं पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर स्पोर्ट टीचर कमलेश देवकते (अनूपपुर) एवं अनेक गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे सभी ने ब्रह्माकुमारीज के इस आयोजन की प्रशंसा की। इस कार्यक्रम का संचालन बी के नंदकिशोर ने किया।