पंडित प्रदीप मिश्रा ने कहा बेटियों को माता पिता को कन्यादान करने का मौका देना चाहिए
बैतूल में आयोजित शिव महापुराण कथा में आज पंडित प्रदीप मिश्रा ने कहा कि बेटियों को माता-पिता को कन्यादान करने का अवसर देना चाहिए यह ऐसा पुण्य है जो माता पिता का बैकुंठ सुधार देता है। उन्होंने दिल्ली की घटना का उदाहरण देते हुए कहा कि जब बेटी के साथ कुछ गलत हुआ तो पिता को अपनी बेटी के साथ गलत होने का एहसास हो गया और उन्होंने जब अपनी बेटी की खोजबीन कर जानकारी ली तो पता चला कि बेटी ने जिस पर भरोसा कर मां बाप को भी छोड़ दिया था उसने बेटी के 35 टुकड़े कर डाले ।
श्री मिश्रा जी ने सूर्य भगवान के विवाह का भी वर्णन किया जिसमें सूर्य देवता की पत्नी ने अपने माता पिता से कहा था कि आप जहां कहेंगे वहां मैं विवाह करूंगी। पंडित प्रदीप मिश्रा जी ने व्यसन और फैशन से दूर रहने की समझाइश देते हुए कहा कि जो व्यसन और फैशन में पड़ जाता है उसका जीवन बर्बाद हो जाता है।
उन्होंने मोन कितना उत्तम और सर्वोत्तम है उसके बारे में बताते हुए कहा कि परिवार में भी कुछ बातों को नजरअंदाज कर मोन रखना चाहिए। इससे परिवार में झगड़े नहीं होते एक पक्ष अगर मोन रख ले तो घर में शांति रहती है ।उन्होंने सास और बहू की बातों का उदाहरण देते हुए बताया कि सास के मुंह में सुपारी थी और वह कुछ नहीं बोली और बहू जिससे रात दिन झगड़ा होता था सास के नहीं बोलने के कारण चुपचाप चली गई। उन्होंने कहा कि मोन का बड़ा महत्व है जो इस महत्व को पहचानते हैं वह मौन व्रत जैसे उपवास भी रखते हैं ।
श्री मिश्रा जी ने कहा कि सोच और विचार का भी जीवन में बड़ा महत्व है। अच्छी सोच का ही परिणाम है कि आज बैतूल में शिव महापुराण का आयोजन हुआ है । बड़ी संख्या में श्रद्धालु इस धार्मिक आयोजन का लाभ ले रहे हैं। उन्होंने व्यवस्थाओं की भी तारीफ की श्री मिश्रा ने कहा कि जैसी सोच रखते हैं वैसे ही कर्म जीवन में होते हैं इसलिए हमेशा अच्छी सोच रखना चाहिए ।उन्होंने कहा कि कर्म भी अच्छे होने चाहिए जैसे कर्म जीवन में करते हैं वैसे ही परिणाम भुगतने पड़ते हैं । उन्होंने ईश्वर इन गलत कर्मो की सजा किस तरह देता है के बारे में बताते हुए धोबीघाट का उदाहरण दिया कि वहां पर कपड़ों से मैल निकालने के लिए जिस तरीके से साबुन सर्फ और फिर लकड़ी से पीटकर मेल निकाला जाता है वाशिंग मशीन में घुमा घुमा कर कपड़ों की धुलाई होती है वैसा ही बुरे कर्मों का नतीजा भुगतना पड़ता है। कथा के दौरान उन्होंने कई श्रद्धालुओं की चिट्टियां पढ़कर पूजा पाठ के प्रताप और महत्व के बारे में बताया की सच्ची श्रद्धा के साथ ईश्वर को मानते हैं तो जीवन के दुख किस तरह दूर होते हैं। उसके उदाहरण प्रस्तुत किए । पंडित प्रदीप मिश्रा की शिव महापुराण कथा को लेकर जिले भर में विशेष उत्साह देखा जा रहा है गांव गांव और शहर शहर में एक सूनापन छा गया है बाजारों से रौनक खत्म हो गई है । बड़ी संख्या में लाखों श्रद्धालु शिवमहा पुराण कथा का लाभ लेने में लगे हुए हैं।