ठेकेदार ने लगाया चोरी का ट्रांसफार्मर खुलासा होने के बाद उतारकर ले गए बिजली कंपनी के कर्मचारी
सरकार की किसानों को स्थाई विद्युत कनेक्शन देने और खेतों में बिजली पहुंचाने की योजना जमीनी स्तर पर कितनी सफल हो रही है यह घोड़ाडोंगरी तहसील क्षेत्र में देखा जा सकता है यहां के एमपीईबी सबस्टेशन के पास ही कुछ किसानों ने अपने खेतों में स्थाई विद्युत कनेक्शन लेने के लिए विद्युत वितरण कंपनी को आवेदन किया था और इसके लिए सुपर विजन चार्ज भी कंपनी में जमा कर दिया था लगभग 5% सुपर विजन चार्ज लेने के बावजूद कंपनी द्वारा मान्यता प्राप्त ठेकेदार डेढ़ साल में भी किसानों के खेतों में बिजली नहीं पहुंचा पाए खम्बे तो खड़े कर दिए लेकिन उसमें तार नहीं डाला और जो ट्रांसफार्मर वहां पर लगाया उसके बारे में भी कंपनी के कर्मचारियों का कहना पड़ा की यह ट्रांसफार्मर चोरी का है जोकि कई महीनों से लगा हुआ था जब इस मामले का खुलासा करने की बातें सामने आई तो आनन-फानन में कंपनी के कर्मचारी आज बुधवार को यह ट्रांसफार्मर उतार कर ले गए किसानों ने बताया कि मामला उजागर होने के बाद जिले से आए अधिकारियों ने ट्रांसफार्मर का निरीक्षण किया उसके बाद कंपनी के कर्मचारी आए और ट्रांसफार्मर उतार कर ले गए अब इस घटनाक्रम में लाखों रुपए खर्च करने के बाद भी किसान हैरान-परेशान हैं उन्हें समझ ही नहीं आ रहा कि उनका क्या होगा कंपनी ने अपना सुपर विजन चार्ज तो जमा करा लिया ठेकेदार ने भी रुपए ले लिए किसानों के खेतों में आज भी बिजली नहीं पहुंची और किसान अपने आप को ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं।
घोड़ाडोंगरी और खेड़ी के बिजली कंपनी के जेई सस्पेंड विद्युत वितरण कंपनी में सामने आया बड़ा फर्जीवाड़ा