आज अन्तराष्ट्रीय महिला दिवस पर नारी की समाज मे सिथति को दर्शाती प्रवीण अग्रवाल की यह रचना
अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर स्वरचित कुछ इन शब्दों के साथ महिलाओं को शुभकामनाएं
कौन कहता है कि अबला है नारी ।
हर बेटी अपने पापा की है परी ।।
अपने घर आंगन को महकाती है बेटियां ।
ससुराल की रौनक बन जाती है बेटियां ।।
पति पर हुकुम चलाती…
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