मरकर भी अमर हो गए दिनेशचन्द्र अग्रवाल
बैतूल। आज जब समाज में अंगदान को बढ़ावा देने की बात होती है तो महर्षि दधिचि ही इस समाजोपयोगी कार्य के लिए सबसे बड़े प्रेरक माने जाते है। मृत्यु अटल लेकिन मृत्यु के बाद अंगदान किसी के लिए जीवन दान बन सकता है। अंगदान से जीवनदान के इस उपक्रम को…
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