indore _जाने बावड़ी हादसे के बाद : जिन कुओं पर डाला गया था स्लैब उन पर इंदौर में क्या हो रही कार्यवाही
indore _इंदौर जिले में कुआं और बावड़ियों को जन सुरक्षा की दृष्टि से सुरक्षित और संरक्षित करने के लिए अभियान के रूप में कार्य तेजी से जारी है। जिले में कलेक्टर एवं जिला दंडाधिकारी डॉ. इलैयाराजा टी ने एक आदेश जारी कर कुएं और बावडियों के सर्वे करने के निर्देश दिए थे। इन निर्देशों के परिपालन में कुएं और बावड़ियों का सर्वे किया जा रहा है। साथ ही जन सुरक्षा की दृष्टि से घातक कुएं और बावडियों में सुरक्षात्मक उपाय करवाए जा रहे हैं।
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कलेक्टर डॉ. इलैयाराजा टी ने बताया कि जिले में ग्रामीण और इंदौर शहरी क्षेत्र में इस तरह की कार्रवाई समान रूप से तेजी से जारी है। उन्होंने बताया कि इंदौर शहर में सर्वे अनुसार लगभग 555 कुएं और बावड़ियों की संबंधित क्षेत्र के भवन अधिकारी और भवन निरीक्षक के माध्यम से मौका मुआयना कर जरूरत के अनुसार कार्य किये जा रहे हैं।इंदौर जिले में कुएं और बावड़ियों को जन सुरक्षा की दृष्टि से सुरक्षित और संरक्षित करने का कार्य अभियान के रूप में तेजी से जारी
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अपर कलेक्टर डॉ. अभय बेड़ेकर ने बताया कि ग्रामीण क्षेत्र में संबंधित क्षेत्र के एसडीएम, तहसीलदार, राजस्व निरीक्षक और पटवारियों के माध्यम से 498 बावड़ियों और 228 कुंओं का सर्वे कराया जा रहा है। सर्वे के दौरान जरूरत के अनुसार 27 खुली हुई बावड़ियों को जाली आदि से सुरक्षित कराया गया है। इसी तरह कुओं को भी सुरक्षित कराने की कार्यवाही संबंधित ग्राम पंचायतों के माध्यम से करायी जा रही है। इसी तरह खुले हुए बोरवेल को केप लगाकर बंद करने की कार्यवाही भी चल रही है।
नगर निगम आयुक्त श्रीमती हर्षिका सिंह ने बताया कि
इंदौर शहर में विभिन्न कुएं और बावड़ियों पर किये गये निर्माण/अतिक्रमण हटाने की प्रभावी कार्यवाही की गई। तदनुसार झोन क्रमांक 11 के अंतर्गत गीता भवन चौराहे के समीप ढक्कनवाला कुँआ तिराहे के पास पूर्व में कुआं निर्मित था, जिसमें पानी की आव नहीं होने से एवं मलबा आदि भर जाने से लगभग 8-10 वर्ष पूर्व भरे हुए कुँए के ऊपर सड़क का निर्माण किया गया था। कतिपय व्यक्तियों के द्वारा सड़क के किनारे फुटपाथ क्षेत्र में कुँए की मुंडेरनुमा निर्माण कर एवं उस पर पूर्व का ढक्कन लगाकर उस पर अगरबत्ती आदि लगाई जाकर ईबादत की जाती थी, जिसे हटाया जाकर फुटपाथ को अतिक्रमण मुक्त किया गया।
इसी तरह झोन क्रमांक 5 के अंतर्गत सुखलिया पानी की टंकी क्षेत्र में कुँए को कव्हर कर कमरे का निर्माण किये जाने से एवं कुँए पर से आवागमन होने से कुँए पर निर्मित स्लेब को हटाया गया एवं कुँए पर निर्मित कमरे का निर्माण हटाया जाकर अतिक्रमण मुक्त किया गया।
झोन क्रमांक 1 के अंतर्गत किला मैदान रोड़, गाडराखेड़ी पर खाटूश्याम मंदिर की दीवार से लगकर स्थित कुँआ पर स्लेब डालकर कव्हर किया गया था तथा लोगों के आवागमन के रास्ते हेतु सीढ़ियाँ बनाई गई थी। उक्त अतिक्रमण को हटाया जाकर पेरापेट दीवार का निर्माण कराया जा रहा है।
झोन क्र. 13 के अंतर्गत चोईथराम हॉस्पिटल स्थित चोईथराम स्कूल स्थित कुँए पर स्लैब डालकर आवागमन हेतु रास्ते का निर्माण किया गया था। कुँए पर डाली गई स्लेब को हटाया गया।
झोन क्रमांक 06 के अंतर्गत गली नं. 08 में महादेव मंदिर के सामने सड़क के मध्य में डिवाईडर वाले स्थान पर बने कुएं पर स्लेब डालकर पार्किंग हेतु उपयोग किया जाता था। जिसमें स्लेब को हटाकर बेरिकेटिंग कर पेरापेट दीवार का कार्य शुरू करवाया गया।
झोन क्रमांक 02 के अंतर्गत वार्ड क्रमांक 69 में राजमोहल्ला स्थित परसरामपुरिया स्कूल में कुँए पर स्लेब निर्मित कर स्टोर रूम का निर्माण किया गया। निर्मित स्लेब को हटाकर एवं स्टोर रूम का निर्माण हटाकर अतिक्रमण मुक्त किया गया।
झोन क्रमांक 03 के अंतर्गत राजकुमार ब्रिज से स्नेहलतागंज की ओर मुख्य मार्ग पर लगभग 25 फीट के कुएं पर स्लेब डाली गई थी। यह कुंआ मुख्य सड़क मार्ग पर स्थित होने से कुएं पर डाली गई स्लेब के ऊपर से भारी वाहन बस, ट्रक आदि का लगातार आवागमन होता था। दुर्घटना की संभावना न हो इसके दृष्टिगत पुल पर डाली गई स्लेब को हटाया गया एवं कुँए के चारों ओर बेरिकेटिंग का कार्य कराया गया है।
झोन क्रमांक 01 वार्ड क्रमांक 09 अंतर्गत खासगी का बगीचा में कुएं की मुंडेर पर भवन निर्माण हेतु कॉलम का अवैध रूप से निर्माण किया गया था,जिसे हटाने की कार्रवाई की गई।