बंगो लोक भारती एवं म.प्र. जन अभियान परिषद् घोडाडोंगरी के संयुक्त तत्वावधान में रविवार, 16 नवंबर 2025 को चोपना-3 स्थित सत्संग मंदिर प्रांगण में प्रबुद्धजन गोष्ठी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की शुभारम्भ सत्संघ मंदिर में अनुकूल चन्द्र ठाकुर जी की पूजा अर्चना कर ततपश्चात वृक्षरोपण तथा मा भारती, स्वामी विवेकानन्द एवं नेताजी सुभाष चन्द्र बोष की के छायाचित्र के सम्मुख दीप प्रज्वलन कर किया गया। सर्व प्रथम सामूहिक वंदे मातरम गान एक स्वर में गायन किया गया।
कार्यक्रम में संगीतकरो ने संगीत के माध्यम से समा बांधा जिसमें प्रमुख रूप से श्रीमती अर्चना मंडल,उत्तम वाला,संजीत मंडल,अनुज सरकार,श्रीमती सरला मंडल,सचिन गोसाई,प्राणकृष्ण कमला ने गायन किया।
गोष्ठी में भाषा’संस्कार-संस्कृति संरक्षण,समाज सेवा, पर्यावरण, स्वास्थ्य, शिक्षा और लोक कल्याण के कार्य सहित विभिन्न विषयों पर विस्तार से विमर्श किया गया। इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य बांग्ला भाषा के संवर्धन एवं संरक्षण तथा संस्कार-संस्कृति,रीति रिवाज,वेश भूषा को बढ़ावा देना रहा। बंगो लोक भारती जिला संयोजक मधुमंगल सरकार ने स्वागत उद्बोधन में सभी अतिथियों एवं सम्मानिया आगन्तुको का हार्दिक स्वागत करते हुए कहा कि सामाजिक क्षेत्र में उत्कृष्ठ कार्य करने वाले मंदिर संस्थाओं का संचालक,देश सेवा करने वाले सैनिक,संगीतकार,पदावली,रामायण,लोकगीति,मृदंग वादक,वैद्य(कविराज)’सेवा निवृति शिक्षक,वर्तमान शिक्षक तथा वकील, कर्मकांड करने वाले पुरोहितों एवं अन्य सभी का सम्मान समारोह जिसे प्रबुध्य्जन गोष्टि नाम से कार्यक्रम के आयोजन का मुख्य उद्देश्य है कि समाज मे जो भी व्यक्ति अपने से या सामूहिक
सहयोग से कार्य करने वाले लोगो को प्रत्साहित कर समाज को इनके माध्यम से अन्य को प्रेरित करने के उद्देश्य से यह आयोजन किया गया है।प्रदेश संयोजक संजीव राय ने बताया कि भाषा केवल संवाद का माध्यम नहीं, बल्कि एक पूरी संस्कृति, परंपरा और समाज की पहचान होती है, इसलिए इसका विकास और संरक्षण अत्यंत आवश्यक है। आगे उन्होंने बंगो लोक भारती के उद्देश्य बताते हुए कहा कि बगो लोक भारती समाज मे सामाजिक क्षेत्र में समाज हित के कार्य करने के किए सामाजिक लोगो को संग्रहित एवं संयोजन का कार्य करेगी और उनके माध्यम से भाषा,संस्कार-संस्कृति,रीति रिवाज,खान पान,रहन सहन,वेश भूषा और अपनी कल्चर को पुनर्स्थापित करने हेतु निरन्तर जनजागरण के माध्यम से क्रय करेगा और साथ साथ संगठित शक्ति से शासन प्रशासन के सम्मुख बंगाली समाज की विभिन्य समस्यायों के निराकरण के लिए अवगत करायगा। 12 जनवरी को स्वामी विवेकानन्द जयंती से 23 जनवरी नेताजी सुभाष जयंती को बंगाली गौरव एवं वीरत्व दिवस के रूप में सभी संकुल केंद्र(पंचायत) में पारंपरिक खेल कूद कार्यक्रम का आयोजन है तथा नेताजी शुभाष बोस जयंती को मध्य प्रदेश के 55 जिलों से बंगाली समाज के 30 हजार लोगों का एकत्रिकरन भव्य कार्यकतम करने की योजना को सफल बनाने के लिए सभी से आह्वान किया। मुख्यअतिथि एम.पी. व्यास जी (वरिष्ठ पत्रकार एवं समाज सेवक , भोपाल) ने अपने उद्बोधन में कहा कि बंगाली समाज का देश अभी क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान रहा है,बंगाली समाज अगर संगठित ह्यो जाए तो निश्चित रूप से उनकी जो भी मूक भौतिक समस्या है उसे समाधान कर लेंगे,बंगाली समाज के सभी कार्य मे हम सभी तन मन धन से सहयोग करेंगे एवं उनके साथ कंधे से कंधा मिलाकर सहयोग करेंगे। मुख्य अतिथि विपिन कुमार वर्मा जी (चेयरमैन श्रीराम ग्रुप ऑफ कॉलेजेस, भोपाल) ने अपने उद्बोधन में कहा कि स्वामी विवेकानन्द जी से मैं बहुत प्रभावित हु उनके आदर्श को मानने से व्यक्ति जीवन मे उत्कृष्टता को प्राप्त करते है और वो बंगाली समाज से है
जो कि गर्व का विषय हैं। नेताजी सुभाष बोस जिनकी बजह से द्वह5 आजाद हुआ वह भी बंगाली समाज से है और सभी बंगाली समाज के साथ साथ देश के सभी समाज को उनके जन्मदिन को गौरव दिवस के रूप में मनाना चाहिए। इस दिन को राष्ट्रीय गौरव दिवस के रूप में मनाना चाहिए। अतिथियों ने बंगे लोक भारती द्वारा किए जा रहे सामाजिक, शैक्षिक और सांस्कृतिक कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि ऐसे आयोजन समाज में सकारात्मक परिवर्तन के मार्ग प्रशस्त करते हैं। गोष्ठी में पर्यावरण संरक्षण पर विशेष जोर दिया गया। इसी क्रम में अतिथियों और उपस्थित जनों ने पौधारोपण किया। आयोजकों ने बताया कि प्रकृति संरक्षण प्रत्येक नागरिक की जिम्मेदारी है, और पौधारोपण इस दिशा में महत्वपूर्ण कदम है। कार्यक्रम के दौरान समाज उत्थान में उल्लेखनीय योगदान देने वाले व्यक्तियों को सम्मानित किया गया। बड़ी संख्या में स्थानीय नागरिक, महिलाएं, युवा शामिल हुए। कार्यक्रम में सेवानिवृत्त शिक्षको को भी सम्मानित किया गया |
गोष्ठी ने यह संदेश दिया कि भाषा, संस्कृति और पर्यावरण—समाज की मूल धरोहरें हैं, और उनके संरक्षण में सभी की सहभागिता जरूरी है।
आयोजन में म.प्र. जन अभियान परिषद, बोंडकोडिया का विशेष सहयोग रहा।
मंचासीन अतिथियों में मुख्य अतिथि विपिन वर्मा,एम पी व्यास,राजकुमार द्विवेदी,निवेदिता व्यास,बंगो लोक भारती प्रदेश संयोजक संजीव राय,सह प्रदेश संयोजक स्वपन दास,प्रदेश
व्यवस्था प्रमुख मृत्युंजन गाईन,जिला संयोजक मधुमंगल सरकार,बंगाली हिन्दू समाज संगठन के अध्यक्ष गंगाधर टिकेदार,सत संघ मंदिर संचालक एवं रित्तिक हरे कृष्ण वैरागी, सती माता मंदिर संचालक अनिल मंडल,पागल चांद सम्प्रदाय से गोपाल मंडल,मातृ शक्ति प्रमुख संगीता पांडे,सामाजिक कार्यकर्ता रामकृष्ण सरकार,पिसी बोस,एवं प्रबुद्धजन मंचासीन रहे। सभा का संचालन जिला संस्कार-संस्कृति प्रमुख चंचल वैद्य तथा सह जिला संयोजक सुरेश गोलदार ने किया।
कार्यक्रम में 250 लोग उपस्थित थे जिसमें प्रमुख रूप से रणवीर विश्वास – प्रदेश युवा प्रमुख, राजेश सरकार – प्रदेश संपर्क प्रमुख, हरेकृष्ण बैरागी – जिला संरक्षक, मधुमंगल सरकार – जिला संयोजक, सुरेश गोलदार – जिला सह संयोजक, दिजाबर मिस्त्री – जिला व्यवस्था प्रमुख, नारायण चंद्र बल – जिला भाषा प्रमुख, चंचल वैद्य – जिला संस्कार संस्कृति प्रमुख, विष्णुपद हालदार – जिला प्राकृतिक कृषि प्रमुख, कृष्णपद राय – जिला लोक कला प्रमुख, उत्तम बाला – सह जिला लोक कला प्रमुख, गोविन्द सरकार – सह जिला लोक कला प्रमुख, सीमा दस – जिला मातृशक्ति प्रमुख, संगीता पांडे – जिला सह मातृशक्ति प्रमुख, बापी वाईन – जिला प्रचार प्रमुख, प्रफुल्ल वाईन, अनुराधा राय,प्रियंका मांझी,गणेश चक्रवर्ती,संगीता अधिकारी,परिमल मजूमदार,अजीत मंडल,विश्वजीत सिकदार,प्रदीप राय चौधरी,भरत सरदार,उत्तम व्यापारी,संजीत विश्वास,उप्पल मंडल,सपना बड़ाई,लखन हालदार, सुभाष सरकार,विश्वजीत विश्वास,मोहन मंडल,सपन मिस्त्री,साधुचरण सरकार,केनाराम मंडल,मनोज राय,सुकुमार विश्वास,अजीत मल्लिक,पंकज भट्टाचार्य,मणिशंकर विश्वास,दुलाल विश्वास,अनुकूल बैरागी,खीतिश खराती,रमेश पाल,प्रदीप विश्वास,सुरेश शील,देवरत मंडल,राकेश सरकार,प्रवीण विश्वास, हाजू सरदार और अन्य।







