चार “”D “”पर चिंतन कर समाज को सही दिशा देना ही बिरसा मुंडा जी को सच्ची श्रद्धांजलि होंगी — दीपक उईके

 

दारू,डीजे, धर्मांतरण,दहेज पर अंकुश लगाने पर देना होगा जोर

सीएमसीएलडीपी, शासकीय महाविद्यालय घोड़ाडोंगरी में भगवान बिरसा मुंडा की जयंती मनाई गई

घोड़ाडोंगरी। मुख्यमंत्री सामुदायिक नेतृत्व क्षमता विकास पाठ्यक्रम (CMCLDP) के अंतर्गत शासकीय महाविद्यालय घोड़ाडोंगरी में रविवार को भगवान बिरसा मुंडा की जयंती हर्षोल्लास के साथ मनाई गई। कार्यक्रम का शुभारंभ बिरसा मुंडा के चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलन के साथ किया गया।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि क्षेत्र के आदिवासी नेता दीपक उइके जनपद पंचायत चोपना के सदस्य श्री प्रदीप विश्वास सभी परामर्शदाता विजय महतो जी अनिल शर्मा जी यशोमती भोरबंसी जी संगीता उघड़े जी, जतिन प्रजापति एवं ब्लॉक समन्वय मध्य प्रदेश जन अभियान परिषद संतोष राजपूत विशेष रूप से उपस्थित रहे।

कार्यक्रम में मुख्य वक्ता श्री दीपक उउके ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि बिरसा मुंडा को भारतीय जनजातीय समाज का महान स्वतंत्रता सेनानी, समाज सुधारक और ‘धरती आबा’ बताया। उन्होंने कहा कि बिरसा मुंडा ने अपने अल्पायु में भी अंग्रेजों के खिलाफ उलगुलान आंदोलन चलाकर आदिवासी समाज को संगठित किया और स्वतंत्रता संघर्ष को नई दिशा दी।
श्री प्रदीप विश्वास जी ने भी अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि जिस तरह से भगवान बिरसा मुंडा ने भारत की आजादी में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई इस तरह हमारे क्षेत्र के भी कई आदिवासी नेताओं जिसमें गंजन सिंह कोरकू, विष्णु सिंह, मंशु ओझा जैसे अनेक क्रांतिकारियों ने भी जंगल सत्याग्रह चला कर आजादी की लड़ाई में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है उनके बलिदान को हमें याद करते रहना चाहिए और आने वाली पीढियां को भी याद करना चाहिए।

सीएमसीएलडीपी के प्रतिभागियों ने उनके जीवन संघर्ष, आदिवासी समाज के उत्थान में उनके योगदान और राष्ट्र निर्माण में उनकी भूमिका पर विचार साझा किए। विद्यार्थियों द्वारा भाषण, विचार-वाचन तथा सांस्कृतिक प्रस्तुति भी दी गई।

कार्यक्रम में महाविद्यालय के प्राध्यापकगण, सीएमसीएलडीपी प्रशिक्षक, छात्र-छात्राएं तथा स्थानीय जनप्रतिनिधि उपस्थित रहे। अंत में सभी ने बिरसा मुंडा के मार्ग पर चलने और समाज के कमजोर वर्गों के उत्थान के लिए कार्य करने का संकल्प लिया।