अभी भी बेतवा जी में चारों तरफ जलसैलाब दिखाई दे रहा है : मुख्यमंत्री
अभी भी बेतवा जी में चारों तरफ जलसैलाब दिखाई दे रहा है बेतवा और सहायक नदियों ने कई गांवों को डुबो दिया है, शहर के कई घर डूबे हुए हैं।
मैं अभी उनमें से एक बस्ती में जिनके घरों में पानी है, इस बोट के माध्यम से उनसे मिलने आया था।
जनता में यह विश्वास पैदा करने कि मुख्यमंत्री और सारा प्रशासन उनके सहयोग और सेवा के लिए है, इसलिए मैं आज भी लगातार घूम रहा हूं।
आज मैं जनता से मिला, बातचीत की, भोजन इत्यादि की व्यवस्था की। जल्दी ही, पानी जैसे जैसे उतरेगा राहत का काम व्यापक पैमाने पर प्रारंभ किया जाएगा।
मुख्यमंत्री श्री Shivraj Singh Chouhan ने निवास में मध्यप्रदेश के विभिन्न जिलों में अतिवृष्टि से निर्मित स्थिति और राहत कार्यों के संबंध में उच्च स्तरीय बैठक कर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। बैठक में मंत्री श्री Tulsi Silawat और वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
बैठक में मुख्यमंत्री श्री चौहान ने प्रभावित क्षेत्रों में नदियों के जलस्तर, बांधों की स्थिति की समीक्षा की। सीएम श्री चौहान ने कहा कि पेयजल की आपूर्ति सुनिश्चित करने और बिजली आपूर्ति बहाल करने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि कई जगह बिजली के खंबे टूटे हुए है, ट्रांसफार्मर डूबे हुए हैं, इन्हें ठीक करने युद्ध स्तर पर जुटें। अनेक स्थानों पर सड़क इन्फ्रास्ट्रक्चर, पुल-पुलिया टूटे हैं या बह गए हैं उनकी मरम्मत का कार्य शीघ्र शुरू हो।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि बीमारी न फैलें, इसके लिए दवा छिड़काव से लेकर साफ-सफाई का कार्य युद्ध स्तर पर किया जाए। मेडिकल टीम गठित कर गांव-गांव और शहर पहुंचकर आवश्यक दवाएं बांटने के लिए विभाग तीव्र गति से जुट जाए।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने बैठक में फसलों और मवेशियों के नुकसान का आकलन कर रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए। सीएम श्री चौहान ने कहा कि प्रभावित क्षेत्रों में दवा वितरण, भोजन वितरण सहित अन्य आवश्यक सामग्री की व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जाएं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि ये चुनौतियां हैं, हम सभी टीम बनाकर आज से ही लोगों की मदद के लिए लग जाएं। जो भी अतिरिक्त अमला लगना है, विभाग समीक्षा कर आज से ही प्रभावित क्षेत्रों में भेजें।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि फसलों का जो भी नुकसान हुआ है आरबीसी 6(4) के अंतर्गत उसका सर्वे कर सहायता की जाएगी। प्रभावितों को इस संकट से पार निकालकर ले जायेंगे।
बैठक में मुख्यमंत्री ने विशेष तौर पर रेस्क्यू और राहत कार्यों में विगत 48 घंटों से लगातार जुटे होम गार्ड के जवानों और टीम मध्यप्रदेश को धन्यवाद दिया।