*निधि दुर्गेश देशमुख डॉक्टरेट की उपाधि से सम्मानित*

*श्रीमती निधि दुर्गेश देशमुख डॉक्टरेट की उपाधि से सम्मानित*
ग्राम टाहली के देशमुख परिवार की बहु और बासनेर कला के लिखितकर परिवार की बेटी को सैम ग्लोबल विश्वविद्यालय रायसेन मध्यप्रदेश से वनस्पति विज्ञान में डॉक्टर ऑफ फिलॉस्फी (पीएचडी) की उपाधि से सम्मानित किया गया। उन्हें पोलीफेनॉल का एचपीएलसी प्रमाणीकरण, और कुछ औषधीय पौधों की एंटीऑक्सीडेंट गतिविधि के क्षेत्र पर शोध के लिए सम्मानित किया गया। यह अमरकंटक क्षेत्र मध्यप्रदेश के आदिवासियों द्वारा उपयोग किया जाने वाला औषधीय पौधा है। निधि देशमुख ने डॉक्टर प्रियंका तिवारी के मार्गदर्शन में अपनी डॉक्टरेट की डिग्री पूरी की। श्रीमती देशमुख का कहना है कि इस कठिन यात्रा में उनके पति श्री दुर्गेश देशमुख का बहुत ही बड़ा योगदान रहा साथ ही ससुराल और मायके का पूरा सहयोग रहा। इस उपाधि से ग्राम टाहली और बासनेर दोनों के परिवारों में खुशी की लहर उठी है।
श्रीमती निधि देशमुख को वानस्पतिक विज्ञान में पीएच.डी. की उपाधि — औषधीय पौधों पर उत्कृष्ट शोध हेतु सैम ग्लोबल विश्वविद्यालय, रायसेन ने किया सम्मानित

। सैम ग्लोबल विश्वविद्यालय, रायसेन द्वारा श्रीमती निधि देशमुख, पत्नी श्री दुर्गेश देशमुख को वानस्पतिक विज्ञान (Botany) विषय में डॉक्टर ऑफ फिलॉसफी (पीएच.डी.) की उपाधि प्रदान की गई है। यह सम्मान उन्हें औषधीय पौधों के रासायनिक गुणों एवं उनकी एंटीऑक्सीडेंट (प्रतिऑक्सीकारक) क्रियाशीलता पर किए गए उनके उत्कृष्ट एवं गहन शोध कार्य के लिए प्रदान किया गया है।

उनका शोध विषय “पॉलीफेनॉल (फिनॉलिक अम्ल और फ्लेवोनोइड्स) का एचपीएलसी परिमाणीकरण तथा औषधीय पौधों की एंटीऑक्सीडेंट सक्रियता का अध्ययन”। यह शोध अमरकंटक क्षेत्र में पाए जाने वाले उन पौधों पर केंद्रित रहा, जिनका उपयोग मध्य प्रदेश के आदिवासी समुदाय पारंपरिक चिकित्सा प्रणाली में औषधीय प्रयोजनों के लिए करते हैं।

यह शोधकार्य डॉ. प्रियांका तिवारी (सैम ग्लोबल विश्वविद्यालय, रायसेन) के कुशल मार्गदर्शन में संपन्न हुआ। इस अध्ययन में श्रीमती देशमुख ने यह प्रमाणित किया कि आदिवासी समाज द्वारा उपयोग किए जाने वाले कई पारंपरिक पौधे आधुनिक वैज्ञानिक

दृष्टिकोण से भी औषधीय रूप से अत्यंत उपयोगी सिद्ध हो सकते हैं। इस गौरवपूर्ण उपलब्धि पर देशमुख परिवार, रिश्तेदारों, मित्रों तथा शुभचिंतकों ने हार्दिक बधाई देते हुए उनके उज्ज्वल भविष्य की मंगलकामनाएँ व्यक्त की हैं।