*राष्ट्रगीत वंदे मातरम को 150 वर्ष पूर्ण होने पर नगर पालिका स्टॉफ ने एक साथ किया गायन, इतिहास की दी जानकारी, रोजना पाठ का संकल्प*
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_नपाध्यक्ष, उपाध्यक्ष ने दिलाया संकल्प, वंदेमातरम के रचयिता के संबंध में दी जानकारी, नपाध्यक्ष बोले सतत अभ्यास से कंठस्थ होगा वंदेमातरम्।_
सारनी। नगर पालिका परिषद सारनी में राष्ट्रगीत वंदे मातरम के 150 वर्ष पूर्ण होने पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस आवसर पर पदाधिकारियों की मौजूदगी में वंदेमातरम का सामूहिक गायन किया गया। इस अवसर पर रोजाना वंदेमातम गायन का संकल्प भी लिया गया।
नगर पालिका कार्यालय में कार्यक्रम की शुरूआत सुबह 10 बजे हुई। इस अवसर पर नगर पालिका अध्यक्ष किशोर बरदे, उपाध्यक्ष, जगदीश पवार, विधायक प्रतिनिधि सुधा चंद्र, शासकीय महाविद्यालय सारनी जन भागीदारी समिति के अध्यक्ष कमलेश सिंह, पार्षद दशरथ सिंह जाट, प्रवीण सोनी, गणेश महस्की, जफर अंसारी, ज्योति नागले, बेबी बिंझाड़े, आकाश पंद्राम एवं मुख्य नगर पालिका अधिकारी सी. के. मेश्राम की उपस्थिति में वंदे मातरम का सामूहिक गायन हुआ। इसके बाद कॉलेज के जन भागीदारी समिति के अध्यक्ष कमलेश सिंह ने वंदे मातरम के इतिहास की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि आजादी के पूर्व बंकीम चंद चटर्जी द्वारा वंदे मातरम की कविता के रूप में रचना की गई थी,
लेकिन यह देश की आवाज बनकर उभरा। उसके बाद इसी गीत से देश को आजादी मिली। इसके बाद किन्हीं कारणों से इसके कुछ अंशों को काट दिया गया, लेकिन अब शासन ने इसके पूरे हिस्से को सही मानते हुए इसके गायन को मंजूरी दी है। इसलिए सभी को मिलकर वंदे मातरम का अधूरा नहीं बल्कि पूर्ण पाठ करना है। इस अवसर पर नगर पालिका के अध्यक्ष किशोर बरदे ने कहा कि वंदे मातरम ने देश आजादी के समय अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया है। इसलिए केंद्र सरकार ने इसके महत्व को समझते हुए वंदे मातरम की 150वीं वर्षगांठ पर इसके गायन को लेकर
अभियान चलाया है। उन्होंने कहा कि सतत अभ्यास से वंदेमातरम को पूरी तरह से कंठस्थ किया जा सकता हैं सभी को इसके सतत अभ्यास का संकल्प दिलाया गया। कार्यक्रम में नोडल अधिकारी केके भावसार, मनीष धोटे, उपयंत्री रविंद्र वराठे, कमलेश पटेल, नितिन मीना, जीएस पांडे, विनायक बागड़े, दिलीप भालेराव, राजेश वागदरे सहित सभी शाखाओं के प्रमुख, अधिकारी, कर्मचारी उपस्थित थे।







