पुरुषों की आत्महत्या पर कब जागेगा समाज और कानून: गोहे

पुरुषों की आत्महत्या पर कब जागेगा समाज और कानून: गोहे
गुड़गांव इंजीनियर की दर्दनाक आत्महत्या ने खड़े किए सवाल
498ए का दुरुपयोग, मानसिक तनाव और आत्महत्या के बढ़ते मामले पर एसआईएफ ने जताई चिंता

बैतूल। गुड़गांव के एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर ने हाल ही में 24 पन्नों का सुसाइड नोट और 1 घंटे 20 मिनट का वीडियो रिकॉर्ड कर अपनी जान दे दी। इसमें उन्होंने अपनी पत्नी और ससुरालवालों द्वारा की गई प्रताड़ना और झूठे आरोपों का जिक्र किया। उन्होंने अपने सुसाइड नोट में लिखा कि यदि दोषियों को कोर्ट द्वारा निर्दोष करार दिया गया, तो उनकी अस्थियां गटर में बहा दी जाएं।

वहीं, इसके विपरीत एक महिला पायलट की आत्महत्या के मामले में बिना सुसाइड नोट के भी उनके परिवार के बयान के आधार पर उनके प्रेमी को तुरंत गिरफ्तार कर लिया गया।
एसआईएफ बैतूल के संस्थापक डॉ. संदीप गोहे ने कहा कि 498A जैसे कानूनों का दुरुपयोग पुरुषों को कानूनी और आर्थिक रूप से तोड़ रहा है।।डॉ. गोहे ने बताया कि एसआईएफ बैतूल का उद्देश्य मानसिक तनाव और झूठे आरोपों से जूझ रहे पुरुषों को कानूनी और भावनात्मक मदद प्रदान करना है।

उन्होंने सरकार और न्यायपालिका से पुरुषों की आत्महत्या के मामलों को गंभीरता से लेने और झूठे आरोप लगाने वालों पर सख्त कार्रवाई की मांग की। यदि आप या आपका कोई जानने वाला मानसिक तनाव या झूठे आरोपों से परेशान है, तो एसआईएफ बैतूल की हेल्पलाइन 8882498498 पर संपर्क करें।

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