*राष्ट्रीय पर्यावरण संसद एवं बक्सवाहा सम्मान समारोह: झीलों की नगरी में एक मंच पर जुटेंगे देशभर के 200 पर्यावरणविद्*

*राष्ट्रीय पर्यावरण संसद एवं बक्सवाहा सम्मान समारोह: झीलों की नगरी में एक मंच पर जुटेंगे देशभर के 200 पर्यावरणविद्*
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मूलचन्द मेधोनिया पत्रकार भोपाल
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– रविवार (20 अक्टूबर) को क्षेत्रीय विज्ञान केंद्र सभागार, श्यामला हिल्स में राष्ट्रीय पर्यावरण संसद एवं सम्मान समारोह का आयोजन
– भारत के वन पुरुष पद्मश्री जादव पायेंग (असम), पद्मश्री बाबूलाल दाहिया (मध्यप्रदेश), पद्मश्री डॉ. श्याम सुंदर पालीवाल (राजस्थान) रखेंगे विचार
– देशभर की 110 हस्तियों को पर्यावरण योद्धा सम्मान, 40 नेशनल यूथ आईकॉन अवॉर्ड, पर्यावरण प्रेमी पत्रकारों एवं स्वयंसेवी संस्थाओं को दिया जाएगा पर्यावरण सहभागिता सम्मान

*19 अक्टूबर 2024, भोपाल.*
मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में जल, जंगल, जमीन, नदियों और पर्यावरण को समर्पित एक अनूठा कार्यक्रम होने जा रहा है। प्रदेश की 4 सामाजिक संस्थाओं की ओर से राष्ट्रीय पर्यावरण संसद एवं बक्सवाहा सम्मान समारोह रविवार (20 अक्टूबर) को क्षेत्रीय विज्ञान केंद्र सभागार, श्यामला हिल्स में आयोजित किया जाएगा। जिसमें देशभर के 200 पर्यावरणविद् और आईएएस-आईएफएस और गणमान्य हस्तियां एक मंच पर जुटेगीं और अपने बहुमूल्य विचार रखेंगे। समारोह में पद्म पुरस्कारों से सम्मानित 3 पर्यावरणविदों की उपस्थिति भी गरिमामयी होगी।

‘राष्ट्रीय पर्यावरण संसद एवं बक्सवाहा सम्मान समारोह’ में क्या खास?
इस समारोह की आयोजन समिति में डॉ. राजीव जैन (न्यू अहिंसा निकेतन शैक्षणिक एवं सामाजिक कल्याण समिति), श्री शरद सिंह कुमरे (राष्ट्रीय पर्यावरण बचाओ अभियान), आनंद पटेल (पर्यावरण शिक्षा एवं संरक्षण समिति) और चौधरी भूपेंद्र सिंह (राष्ट्रीय पर्यावरण संरक्षण मंच-NECF) शामिल हैं। आयोजन समिति के प्रमुख सदस्यों ने संयुक्त रूप से जानकारी देते हुए बताया कि यह कार्यक्रम मध्य lभारत का अपने आप में एक अनूठा सम्मान समारोह है। रविवार को होने जा रही ‘राष्ट्रीय पर्यावरण संसद एवं बक्सवाहा सम्मान समारोह’ में देशभर के 200 पर्यावरणविद् एक मंच पर मौजूद रहेंगे। इससे पहले सुबह 11.30 बजे सभी पर्यावरणविद् यूथ हॉस्टल न्यू मार्केट से विज्ञान केंद्र तक पैदल मार्च करेंगे।

पर्यावरण संसद में देशभर से आए मुख्य अतिथि और वक्ता रखेंगे विचार
– इस दौरान अतिथि एवं प्रमुख वक्ताओं के रूप में श्री सुरेश जैन (IAS), डॉ. आर के पालीवाल (IRS), श्री अरुण गुर्टू (IPS) पूर्व डीजीपी, श्री आजाद सिंह डवास (रिटा. IFS), न्यायमूर्ति श्रीमति विमला जैन (भोपाल), श्री अभिलाष खांडेकर (वरिष्ठ पत्रकार, लेखक), डॉ. सुभाष सी. पांडेय (वरिष्ठ पर्यावरणविद्), श्री राजेंद्र कोठारी (वरिष्ठ समाजसेवी एवं पर्यावरणविद्), डॉ. विपिन व्यास (पर्यावरणविद् एवं डीन लाइफ साइंस डिपार्टमेंट, बीयू), डॉ. धर्मेंद्र कुमार (संस्थापक- पीपल नीम तुलसी अभियान पटना) अपने बहुमूल्य विचार रखेंगे।

– समारोह में पद्म पुरस्कारों से सम्मानित 3 पर्यावरणविदों की उपस्थिति अपने आप में गरिमामयी होगी। पर्यावरण संसद में भारत के वन पुरुष पद्मश्री जादव पायेंग (असम), पद्मश्री बाबूलाल दाहिया (मध्यप्रदेश), डॉ. श्याम सुंदर पालीवाल (राजस्थान) का विशेष सम्मान किया जाएगा। तीनों पद्म अवार्डी समारोह में उपस्थित पर्यावरण प्रेमियों को संबोधित करेंगे।

वक्सवाहा आंदोलन में योगदान देने वालों का होगा विशेष सम्मान
– आयोजन समिति के सदस्यों में शामिल डॉ. राजीव जैन ने बताया कि भोपाल में आयोजित इस समारोह में उन हस्तियों को सम्मानित किया जाएगा, जिन्होंने वक्सवाहा आंदोलन में योगदान दिया और वर्तमान समय में पर्यावरण संरक्षण और इसके प्रति जागरुकता के क्षेत्र में कार्यरत हैं। इसके लिए 5 लाइफ टाइम अचीवमेंट अवॉर्ड- रमेश बंजारी (पर्यावरणविद् भोपा), रमेश चंद्र गोयल (जल स्टार सिरसा हरियाणा), डॉ. धनेन्द्र कुमार नीम तुलसी भियान), डॉ. प्रोफेसर सदाचारी सिंह तोमर (पूर्व सहायक निदेशक एवं प्रमुख वैज्ञानिक), शैफुद्दीन शाजापुरवाला (भोपाल) को दिए जाएंगे।
– इसके साथ ही देशभर की 110 हस्तियों को पर्यावरण योद्धा

सम्मान, 40 हस्तियों को नेशनल यूथ आईकॉन अवॉर्ड और मध्य प्रदेश समेत देशभर के पत्रकारों एवं स्वयंसेवी संस्थाओं को पर्यावरण सहभागिता सम्मान दिया जाएगा। राष्ट्रीय पर्यावरण संसद एवं सम्मान समारोह में दलित इंडियन चेंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (DICCI) और सर्च एंड रिसर्च सोसायटी, राष्ट्रीय सैनिक संस्था (एमपी यूनिट), पराक्रम जनसेवी संस्थान समेत अन्य संस्थाओं का भी विशेष सहयोग प्राप्त है।

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