हार – जीत किसी की भी हो,राजनीति की नई दिशा तय करेंगे यह चुनाव

रामकुमार मालवी – निजी विचार

मध्य प्रदेश में हुए विधानसभा चुनाव के परिणाम 3 दिसंबर को सामने आएंगे जनता ने किसे बहुमत दिया है और प्रदेश में किसकी सरकार बनेगी यह 3 दिसंबर को ही स्पष्ट हो पाएगा लेकिन समय से पहले रिजल्ट जानने के लिए उत्सुक जनता विभिन्न तरह के सर्वे देख रही है उन पर चर्चा कर रही है। और संभावना व्यक्त कर रही है की किसकी सरकार प्रदेश में बनेगी । सर्वे भी 30 नवम्बर के बाद सामने आएंगे जिनमे विभिन्न सर्वे एजेंसी यह बताएंगी की प्रदेश में किस पार्टी को कितनी सीट मिलेगी।

अभी तक के हुए विधानसभा चुनाव और इस बार के विधानसभा चुनाव में कुछ एक अलग बात थी । जिसके कारण मेरा यह मानना है कि इस चुनाव में भाजपा कहीं नहीं थी। पिछले विधानसभा चुनाव को देखा जाए तो कांग्रेस के किसान कर्ज माफी का मुद्दा का प्रदेश में व्यापक असर देखा गया। ₹2 लाख तक किसान के कर्ज माफी का कांग्रेस का वादा गांव गांव तक पहुंचा। जनता में उसका असर दिखा और प्रदेश में कांग्रेस की सरकार को बहुमत मिला। इस बार के चुनाव को देखा जाए तो चुनाव की कुछ महीना पहले प्रदेश में परिवर्तन की लहर थी। कई सर्वे में यह सामने आया कि इस बार प्रदेश की जनता परिवर्तन के मूड में है ।

फिर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने पांच वादों को लेकर अपना घोषणा पत्र निकाला। कमलनाथ ने नारी सम्मान योजना के तहत महिलाओ को ₹1500 हर महीने देने का वादा प्रदेश में कांग्रेस की सरकार आने पर किया ओर परासिया में नारी सम्मान योजना का शुभारंभ तक कर दिया। लोग कहते हैं कि भाजपा ने एक कदम आगे चलते हुए मुख्यमंत्री लाडली बहना योजना प्रदेश में लॉन्च कर दी और ₹1000 महीना महिलाओं को देना प्रारंभ कर दिया ।इसके बाद इसमें बढ़ोतरी करते हुए 1250 रुपए लाडली बहनों को देने प्रारंभ कर दिए और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने महिलाओं से यह वादा भी किया कि इस योजना को आगे बढ़ते हुए ₹3000 तक लेकर जाएंगे। कांग्रेस के ₹500 में गैस सिलेंडर देने के वादे को भी पीछे छोड़ते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने 450 रुपए में महिलाओं को लाडली बहनों को गैस सिलेंडर देना प्रारंभ कर दिया। इस योजना में उज्जवला योजना की महिलाओं को भी शामिल किया गया।

इन दोनों योजनाओं के कारण मध्य प्रदेश में एकाएक शिवराज सिंह जिन्हें जिनके 18 साल के कार्यकाल को देखते हुए प्रदेश की जनता जहां उन्हें घोषणावीर कह रही थी और इतने लंबे समय से उन्हें देखते हुए बोरियत महसूस करने लगी थी। अब सबके चहेते मुख्यमंत्री बन गए और भाजपा के भी ग्राफ में तेजी से उछाल आया ।जिसके चलते मेरा यह मानना है कि यह चुनाव भाजपा कांग्रेस का नहीं मुख्यमंत्री लाडली बहना वर्सेस कांग्रेस के बीच इस बार लड़ा गया है। एक अनुमान के मुताबिक प्रदेश में सवा करोड़ लाडली बहनों को लाभ मिल रहा है ।अनुमान है कि एक विधानसभा क्षेत्र में तकरीबन 60 हजार महिलाएं मुख्यमंत्री लाडली बहना योजना से लाभान्वित हो रहे हैं।

देखा जाए तो इतिहास में पहली बार ऐसा देखने में आया है कि किसी योजना से प्रदेश की 25% जनता सीधे तौर पर मात्र कुछ ही समय में लाभान्वित हुई और उसे लाभ मिलना भी शुरू हो गया । वेसे तो इस योजना को एक वर्ग सीधे-सीधे तौर पर मतदाताओं को रिश्वत देने या प्रलोभित करने के तौर पर देख रहा है। जहां कांग्रेस नारी सम्मान योजना के माध्यम से महिलाओं को अपनी और प्रभावित करती दिख रही है । वही भाजपा लाडली बहना योजना के माध्यम से अपनी और प्रभावित करती दिख रही है ।देश-प्रदेश में एक वर्ग ऐसा भी है जो यह मानता है कि प्रदेश की सत्ता पाने के लिए दोनों प्रमुख पार्टीयों ने प्रदेश की 25% जनता को सीधे-सीधे प्रलोभित कर अपनी और आकर्षित करने का प्रयास किया है और इस आकर्षण में प्रदेश की 25% जनता कितनी प्रभावित हुई है। यह चुनाव परिणाम बताएंगे । माना यह भी जा रहा है कि इस योजना के कारण मतदाताओं के प्रभावित होने पर सुपड़ा साफ जैसी स्थिति बनेगी।

आमतौर पर विभिन्न राजनीतिक दलों के कार्यकर्ता मतदाताओं को कई तरह से प्रलोभित कर रातभर में अपने पक्ष में मतदान करने के लिए डाइवर्ट करने की बातें करते हैं ।बिजावर विधानसभा से कांग्रेस प्रत्याशी चरण सिंह यादव की पत्नी पर एफआइआर दर्ज की गई है। मामला महिलाओं को रुपये देने और चुनावी भाषण देने से जुड़ा था।देवी मंदिर प्रांगण में महिलाएं कार्तिक स्नान करने पहुंची थी, जहां कांग्रेस प्रत्याशी की पत्नी द्वारा महिलाओं के कलश में रुपये भेंट किए गए। साथ ही चुनावी भाषण भी दिया गया।

वहीं लाडली बहना योजना के माध्यम से प्रदेश की 25 % जनता को वैधानिक रूप से लाभान्वित किया गया ।अब यह 25 % लोग विधानसभा चुनाव में क्या भूमिका निभाएंगे इस पर सभी की निगाहें हैं।

जिसको देखते हुए यह कहा जा सकता है कि यह चुनाव मुख्यमंत्री लाडली बहन वर्सेस कांग्रेस के बीच हुआ है और अगर लाडली बहनों ने अपने भैया शिवराज का पूरा साथ दिया होगा तो इस विधानसभा चुनाव में अप्रत्याशित परिणाम देखने को मिलेंगे । जो सारे सर्वे और सारे अनुमान को फेल कर देंगे ।हार – जीत किसी की भी हो,राजनीति की नई दिशा तय करेंगे यह चुनाव

 

लेखक ओबीसी महासभा के ब्लॉक अध्यक्ष है।

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