मध्य प्रदेश के मूल निवासी को भर्ती में प्राथमिकता देने के लिए विधायक ने लिखा मुख्यमंत्री को पत्र
सारनी–मध्यप्रदेश पावर जनरेटिंग कंपनी लिमिटेड की भविष्य की चिंता के लिए लगातार मध्य प्रदेश के मुख्य मंत्री शिवराज सिंह चौहान प्रयास कर रहे हैं। यही कारण है कि अपने पहले दौरे में सारनी में 660 मेगावाट की सुपर क्रिटिकल यूनिट लगाने की घोषणा की थी। इस घोषणा को धरातल पर लाने के लिए विद्युत मंडल कर्मचारी यूनियन 2017 से लगातार पत्राचार कर 2×660 मेगावाट इकाई की स्थापना की माँग करता रहा। विद्युत मंडल कर्मचारी यूनियन के क्षेत्रीय महामंत्री अंबादास सूने ने बताया कि कांग्रेस की 15 माह की सरकार के मंत्रियों के साथ बैतूल जिले के
प्रभारी मंत्री को भी पहले दौरे में जय स्तंभ चौक 19 फरवरी 2019 पर ज्ञापन दिया था। 2017 में नगर पालिका परिषद सारनी के चुनाव के दौरान भी फुटबाल मैदान पाथाखेडा और दूसरी बार विधान सभा चुनाव 2018 में भी मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को 2× 660 मेगावाट इकाई की स्थापना के लिए ज्ञापन दिया था। विद्युत मंडल कर्मचारी यूनियन के क्षेत्रीय महामंत्री अंबादास सूने ने बताया कि सतपुड़ा ताप विद्युत गृह में वर्तमान में 500 मेगावाट बिजली का उत्पादन हो रहा है। 2×250 मेगावाट की इकाई निर्धारित मापदंड के अनुसार अच्छा उत्पादन कर कीर्तिमान स्थापित कर रही है। यूनियन ने मध्य प्रदेश पावर जनरेटिंग कंपनी लिमिटेड के उज्जवल भविष्य के लिए सारनी में 2×660 मेगावाट और अमरकंटक ताप विद्युत गृह चचाई में 1×660 मेगावाट इकाई स्थापित करने के लिए 2017 से पत्राचार कर रही है। मध्य प्रदेश शासन ने 4 जनवरी 2022 को अमरकंटक ताप विद्युत गृह चचाई को कैबिनेट से मंजूरी दी। राज्य शासन ने चचाई के लिए ₹4665 करोड स्वीकृत किए। दूसरी ओर सतपुड़ा ताप विद्युत गृह के लिए ₹55 करोड एनटीपीसी नोयडा कंसल्टेंसी विंग को स्थानांतरित किए। सारनी और चचाई में मध्य प्रदेश पावर जनरेटिंग कंपनी लिमिटेड
के पास पहले से ही मूलभूत इन्फ्रास्ट्रक्चर उपलब्ध होने से नई तकनीकी की इकाईयों की स्थापना में सुविधा होगी ।यूनियन ने मुख्यमंत्री से पत्र के माध्यम से मांग की है कि दोनों इकाईयों का संचालन एवं संधारण का अधिकार मध्यप्रदेश पावर जनरेटिंग कंपनी लिमिटेड के पास रहे। अमरकंटक ताप विद्युत गृह चचाई को ज्वाइंट वेंचर एस इ सी एल से मुक्त किया जाए। किसी भी प्रकार के निजीकरण का संगठन विरोध करता है।इस संबंध में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को यूनियन ने पत्र लिखकर मांग की है कि शासन,कंपनी नई भर्ती में मध्य प्रदेश के मूल निवासी को ही प्राथमिकता दी जाए है। इस पत्र के संदर्भ में आमला सारनी के विधायक डॉक्टर योगेश पंडाग्रे द्वारा मध्य प्रदेश के मुख्य मंत्री शिवराज सिंह चौहान को पत्र लिखकर बैतूल जिले की बहुप्रतीक्षित योजना 660 मेगावाट की सुपर क्रिटिकल
ईकाई का काम तेज गति से किये जाने की मांग करते हुए सभी केडर की भर्ती में मध्य प्रदेश के मूल निवासियो को ही पहले प्राथमिकता देने की मांग का समर्थन किया है।यूनियन ने 1997 से 10 अप्रैल 2012 के बीच के प्रकरणों को अनुकंपा नियुक्ती बिना शर्त देने की भी मांग की है। कार्यलय में कार्यालयीन कर्मचारीयों की कमी को अनुकंपा नियुक्ती देकर भी दूर कर सकते हैं।आज कंपनी के पास सेवानिवृत्त अधिकारी और कर्मचारी है, उनके अनुभव का लाभ शासन और मध्य प्रदेश पावर जनरेटिंग कंपनी लिमिटेड को लेना चाहिए।