घोड़ाडोंगरी (सिद्धार्थ बिहारे)
चाहे केंद्र की सरकार हो या प्रदेश की सरकार हो भ्रष्टाचार और घूसखोरी को रोकने के लिए सरकार ने शत प्रतिशत योजनाओं को बैंक में खातों से जोड़ रखा है जिसके चलते भ्रष्टाचार एवं घूसखोरी का बाजार बंद पड़ा है। परंतु बैंक में कर्मचारियों के द्वारा अपने ग्राहकों के साथ ऐसा व्यवहार किया जाता है जैसा फुटपाथ पर टपोरी और रंगदार करते हैं ऐसा ही वाकया बैंक ऑफ महाराष्ट्र की शाखा घोड़ाडोंगरी में सामने आया है जिसमें
एक महिला ने बैंक विभाग के खिलाफ हिम्मत करते हुए बैंक ऑफ महाराष्ट्र शाखा घोड़ाडोंगरी के कर्मचारी सीआर धोटे की लिखित शिकायत आवेदन के रूप में बैंक ऑफ महाराष्ट्र के रीजनल कार्यालय भोपाल में की है, जिसमें बताया है कि महिला के खाते में पर्याप्त बैलेंस होने के बावजूद भी कर्मचारी सीआर धोटे के द्वारा उन्हें राशि नहीं दी गई एवं राशि नही देने की जानकारी मांगे जाने पर बैंक से बाहर जाने को कहा साथ ही कहा है कि हम जितना अच्छा बर्ताव कर रहे हैं यहां के लोगों को
पच नहीं रहा है और बाहर जाने को कहा ऐसा वाकया ऑफिस समय में हुआ महिला द्वारा कहा गया है कि अगर तय समय में शिकायत का निराकरण नहीं होता है तो वहां इस मामले की शिकायत पुलिस चौकी एवं रिजर्व बैंक के शिकायत विभाग चंडीगढ़ में भी करेंगी बैंक ऑफ महाराष्ट्र शाखा घोड़ाडोंगरी के कर्मचारी सीआर धोटे की कार्यप्रणाली से पूर्व में भी खाताधारकों को परेशानी हुई परंतु लोगों ने शिकायत के चक्कर में ना उलझकर रह जाय इस बात के चलते सीआर धोटे के खिलाफ
कोई भी लिखित शिकायत नहीं की बैंक ऑफ महाराष्ट्र के ही एक अन्य खाताधारक ने बताया कि यह सी आर धोटे खासकर अनुसूचित जाति और जनजाति समाज के लोगों को चिल्लाकर बैंक से बाहर करता है और भर धूप में खड़ा रखता है गर्मी के मौसम में आफिस टाइम में बैंक के गेट पर ताले लगवा देता हैं।
अपने कर्मचारियों की ऐसी उदंड कार्यप्रणाली एवं खाताधारकों से दुर्व्यवहार के चलते व अपनी विश्वसनीयता खोते जा रहा बैंक ऑफ महाराष्ट्र घोड़ाडोंगरी
ग्रामीण क्षेत्रों में बहुत लंबे समय से बैंक ऑफ महाराष्ट्र ग्राहकों के विश्वास में खरा उतरते आया है परंतु दिन-ब-दिन कर्मचारियों का रवैया और ग्राहकों से दुर्व्यवहार के चलते लगातार बैंक ऑफ महाराष्ट्र के खाते धारक अपना खाता बंद करवा कर अन्य बैंकों में अपना खाता खुलवा रहे हैं परंतु बैंक के उच्च स्तरीय अधिकारीयो के पास अगर यहां खातेधारको से दुर्व्यवहार की जानकारी पहुंचती है तो उम्मीद है कि ऐसे कर्मचारियों पर सख्त एक्शन लेकर बैंक का माहौल ग्राहकों के लिए बेहतर बनाएंगे।