जाने : कितने परिवर्तन के बाद बना घोड़ाडोंगरी विधानसभा 132 : रोचक बातें
मात्र 4000 वोट लेकर बने विधायक : जाने कौन
प्रदेश में विधानसभा चुनाव की तैयारियां प्रारंभ हो गई है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी जनता के लिए अनेक आकर्षक योजनाएं लाकर मतदाताओं को अपनी और आकर्षित करने में लगे हुए हैं। मुख्यमंत्री लाडली बहना योजना, युवाओं के लिए रोजगार के लिए प्रशिक्षण के रूप में ₹8000 महीने देना और किसानों के लिए ऋण वसूली स्थगित करने की बातें सहित अनेक तरह के लुभावने ऑफर जनता को देने शुरू कर दिए हैं। वहीं प्रमुख विपक्षी पार्टी कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने ₹500 में गैस सिलेंडर देना के वादे जनता से कर रहे हैं कुल मिलाकर यह कहा जा सकता है कि विधानसभा चुनाव की सरगर्मीयों के साथ जनता को लुभाने के आकर्षक ऑफर अब मार्केट में उपलब्ध होने लगे हैं ।
जिले की घोड़ाडोंगरी विधानसभा को लेकर आजादी के बाद से आज तक कितने परिवर्तन हुए यह बताने का प्रयास हमारे इस लेख के माध्यम से किया जा रहा है। जानकारी मुताबिक 1951 में हुए विधानसभा चुनाव के समय जिले में चिचोली विधानसभा हुआ करता था। जिसका क्रमांक 111 था। इस विधानसभा क्षेत्र में घोड़ाडोंगरी शाहपुर और चिचोली क्षेत्र के मतदाता वोट डालते थे।
उसके बाद 1957 में हुए विधानसभा चुनाव में बैतूल के नाम से 2 विधानसभा क्षेत्र हुआ करते थे बैतूल सामान्य और बैतूल अनुसूचित जनजाति – बैतूल अनुसूचित जनजाति का विधानसभा का क्रमांक 110 हुआ करता था ।जिसमें घोड़ाडोंगरी शाहपुर और चिचोली क्षेत्र के मतदाता वोट करते थे ।
1962 में हुए विधानसभा चुनाव में घोड़ाडोंगरी विधानसभा बना। जिसका क्रमांक 205 था।
1967 में हुए विधानसभा चुनाव में घोड़ाडोंगरी विधानसभा का क्रमांक 211 था ।
उसके बाद 1977 में हुए विधानसभा चुनाव में घोड़ाडोंगरी विधानसभा का क्रमांक 232 था । वर्ष 2003 में हुए विधानसभा चुनाव में घोड़ाडोंगरी का विधानसभा क्रमांक 142 वर्ष था।2008 में घोड़ाडोंगरी विधानसभा का क्रमांक 132 हुआ ।
चिचोली से बैतूल और फिर घोड़ाडोंगरी विधानसभा 132
बनने तक 7 बार परिवर्तन हो चुके हैं।
रोचक बात : अभी तक घोड़ाडोंगरी विधानसभा में कुल 16 बार विधानसभा चुनाव हुए हैं । जिनमें एक बार उपचुनाव और 15 बार चुनाव हुए हैं।
मात्र 4000 वोट लेकर बने विधायक
घोड़ाडोंगरी विधानसभा के अभी तक के विधानसभा चुनाव के परिणामों को देखें तो 1962 में हुए विधानसभा चुनाव में जनसंघ के जंगू सिंह निजाम को 3897 वोट मिले थे और कांग्रेस के सद्दू राम नन्ना को 3503 वोट मिले थे। 394 वोट के अंतर से जीत हुई थी।
उस समय के आंकड़ों के मुताबिक विधानसभा चुनाव में केवल 18.96% ।मतदान हुआ था। 8433 लोगों ने वोट डाला था । जिसमें से 1112 वोट रिजेक्ट हो गए थे।
आरोप : कांग्रेसी पार्षदों ने लगाया उनके वार्डों की उपेक्षा का आरोप