देश के इतिहास में पहली बार दिल्ली में 4 अप्रैल 2023 को देश के कोने-कोने से रविदासिया समाज में आने मूल जाति चमार जाति का विशाल राष्ट्रीय अधिवेशन होने जा रहा है। जिसमें चमार कौम के ही विद्वान, साहित्यकार, समाजसेवी, पत्रकार एवं छोटे बड़े सभी सम्मानित सामाजिक बन्धुगण दिल्ली के ताल कटोरा स्टेडियम में 4 अप्रैल 2023 को एकजुट इस उद्देश्य से हो रहे है कि “हम सारे दिल्ली आयेगें, अपना वजूद दिखायेंगे। इस एतिहासिक अधिवेशन में, अपने इरादे बतायेंगे”।।
Bhopal news _विधायक के नेतृत्व में नगरीय प्रशासन मंत्री से मिले भाजपा नेता दीपक उइके
अधिवेशन में देश के कौन नेता, मंत्री या बड़े राष्ट्रीय नेता आयेगें यह जानकारी अभी नही दी जा रही है। लेकिन अनुमान लगाया जा रहा है कि इस एतिहासिक अधिवेशन में कोई भी राष्ट्रीय नेता आ सकते हैं। चूंकि देश के लोकसभा चुनाव के ठीक पहले चमार जाति का देश भर से दिल्ली आना और महाधिवेशन कर अपने समाज का वजूद दिखाना कई मायनों में सम्पूर्ण देश में चर्चा का विषय बना हुआ है। तथा आयोजकों द्वारा लम्बे समय से इस अधिवेशन की तैयारियां जोरों पर की जा रही है। आयोजन के बिषय में जानकारी प्राप्त हुई है कि
भाग लेने वाले सामाजिक बन्धुओं को दिल्ली में ठहरने, रुकने और भोजन की व्यवस्था कराई जा रही है। जिसमें अनेक फैसले लेकर प्रस्ताव पास कर भारत सरकार की स्वीकृति हेतु भेजें जायेगें, वहीं चमार रेजिमेंट की बहाली का मुख्य लक्ष्य माना जा रहा है। वहीं देश की महान बहादुर चमार जाति रही है। जिसका सदियों पुराना इतिहास रहा है। जिसके देश में राजा महाराजा और हर क्षेत्र में हजारों विद्वान कलाकार, साहित्यकार, विज्ञानियों की कौम रही है। जिसका सदियों पुराना इतिहास है जो भारत के किसी भी कोने में, जगल में, पहाड़ों में या जहाँ देखना चाहते हैं
एक ऐसी पार्षद जो वादे नही काम पर विश्वास रखती है
वहीं पर चमार जाति के लोग पाये जाते हैं।
प्रथम चमार जाति अधिवेशन दिल्ली में केवल चमार जाति के महापुरुषों, शहीदों, सेनानियों के फोटो ही लगाये जायेंगे। तथा देश की आजादी में चमार जाति के बलिदान देने वाले शहीदों की सूची जारी होगी, कौम के सेनानी रहे शहीद हुए परिजनों का अधिवेशन में सम्मान किया जायेगा। तथा जो चमार जाति के महापुरुषों को सरकार ने अभी तक शहीद होते हुए वंचित रखा गया है। उनका नाम जोड़ने और सम्मान का प्रस्ताव पास किया जायेगा। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल निवासी सतगुरु संत रविदास कल्याण फाउंडेशन भारत के राष्ट्रीय अध्यक्ष माननीय श्री महेश नंदमेहर जी एवं बाबू जगजीवन राम समता संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री गोपीलाल भारतीय जी ग्वालियर एवं चमार मानव जागृति मंच सहित संत रविदासिया धर्म संगठन के द्वारा
अधिवेशन अवसर पर मध्यप्रदेश के लिए चार बिन्दुओं की मांग अनुशंसा भेजी गई है। जो इस प्रकार है – 1. वीर मनीराम अहिरवार जी को राष्ट्रीय शहीद का दर्जा दिलाने की मांग अधिवेशन के ज्ञापन में शामिल हो। 2. राष्ट्रीय अधिवेशन में सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित किया जाये कि मध्यप्रदेश के वीर शहीद मनीराम को भारत सरकार राष्ट्रीय शहीद का दर्जा प्रदान कर उनके जन्म स्थान चीचली तहसील गाडरवारा जिला नरसिंहपुर में विशाल स्मारक बनाया जाये। 3. आजादी का अमृत महोत्सव अभियान कार्यक्रम सम्पूर्ण भारत में शहीदों का नाम रेखांकित करने के इतिहासिक दस्तावेज में चमार जाति के शहीद व सेनानियों के नाम सम्मान पूर्वक जोड़े जाये।
वृद्धाश्रम जाकर वृद्धजनों को मिठाई खिलाकर एवं गुलाल लगाकर होली मनाई
4. अधिवेशन अवसर पर मध्यप्रदेश के एकमात्र चमार शहीद परिवार के उत्तराधिकारी व शहीद सुपौत्र मूलचन्द मेधोनिया को मुख्य अतिथि के द्वारा सम्मानित कराया जाये।
चमार अधिवेशन में देश के हर कोने – कोने की बिरादरी के महानायकों, संत गुरुओं और शहीदों के समान बढाने के लिए ही यह अधिवेशन होने जा रहा है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार विदेशों में रह रहे चमार लोगों की भी उपस्थित होने जा रही है। जो कि अपने आप बड़े गौरव की बात है आयोजक समिति जनवरी 2023 से अधिवेशन की तैयारी कर रही है।
बड़े स्तर पर प्रचार प्रसार भी कर आमंत्रित कर रही है। सामाजिक भाईयों को पत्राचार के माध्यम से मोबाइल फोन व वाटसव नंबर व ग्रुपों के माध्यम से प्रचार में जुटे हुए है। अधिवेशन में लाखों की संख्या में चमार कौम दिल्ली में एकत्रित होगें। जो अपनी मांगों का निराकरण कराने का एतिहासिक कार्य होगा।
रामसत्ता प्रतियोगिता में सभी मंडलियों को मिला प्रथम पुरस्कार – एक लाख के बाटे पुरुस्कार