ऐसी अनूठी पदयात्रा जो आज तक देखी ना सुनी

*सागवान के विशालकाय वृक्षों के साथ निकली अनूठी पदयात्रा*

*श्री कृष्ण और अवधूत के रूप मे पूजे जाऐंगे वृक्ष*

*प्रभात पट्टन के देव भिलाई मे होगी स्थापना*

*जितेन्द्र निगम – चिचोली*

 

*ग्रामीण क्षेत्रों में प्रकृति के विभिन्न रूपों को देव स्वरूप पूजने की परंपरा वर्षों से विद्यमान है. विशेष रुप से ग्रामीण क्षेत्र के लोग आज भी पेड़ पौधों मे देवताओं का वास मानकर पूरी श्रद्धा भक्ति और विश्वास के साथ उनकी पूजा करते हैं. ऐसी ही एक परंपरा को निभाते हुए गुरुवार को बैतूल जिले के देवभिलाई क्षेत्र के ग्रामीण नगर में कौतूहल का विषय बने. यह ग्रामीण एक बड़े ट्राले पर दो विशालकाय सागवान के वृक्षों को लेकर उसके पीछे भजन कीर्तन करते हुए पैदल यात्रा पर नगर से निकले. इन पेड़ों को भगवान श्री कृष्ण और उनके सखा अवधूत के रूप मे देव भिलाई के एक मंदिर में विधि विधान से प्रतिष्ठित किया जाएगा.*

*यात्रा के साथ चल रहे ग्रामीणों ने बताया कि बैतूल जिले के प्रभात पट्टन ब्लॉक के देवभिलाई मे भगवान श्री कृष्ण एवं उनके सखा अवधूत का एक प्राचीन मंदिर है. इस मंदिर परिसर मे इन दोनों के प्रतीकात्मक रूप मे दो विशाल सागवान के खंब खड़े हुए हैं. ग्रामीण इन्हें भगवान श्री कृष्ण और अवधूत के रूप में वर्षों से पूजते आ रहे हैं . ग्रामीणों के मुताबिक इन खंब के पुराने होने के कारण उन्होंने नए खंब की खोज शुरू की थी.*

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*चिचोली ब्लॉक मे मिले श्री कृष्ण और अवधूत जी के प्रतीकात्मक वृक्ष*

*देवभिलाई के ग्रामीणों ने बताया कि मंदिर परिसर मे प्रतिष्ठित दो विशाल खंब अत्यंत प्राचीन हो गए हैं. इनके स्थान पर प्रतीकात्मक रूप से दो नए खंब स्थापित करना है. ग्रामीणों ने ऐसे वृक्षों की खोज प्रारंभ की. ग्रामीणों ने बताया कि इस प्रकार के दो विशाल सागवान के वृक्ष चिचोली ब्लाक के चिरापाटला के सुकलढाना के किसान भैयालाल एवं लक्ष्मण पांसे के खेत में मिले . देवभिलाई के ग्रामीण इन दोनों किसानों से अनुमति लेकर इन दोनों सागवान के वृक्षों की परंपरा अनुसार पूजा पाठ कर इन्हें उखाड़ कर एक बड़े ट्राले पर रखकर भजन कीर्तन करते हुए देव भिलाई गांव की तरफ जा रहे हैं . पदयात्रा कर रहे ग्रामीणों के मुताबिक इन पेड़ों के परिवहन के लिए उन्होंने संबंधित विभाग से भी अनुमति ली है.*

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*जय स्तंभ चौक पर का कौतूहल का विषय बनी अनूठी पदयात्रा*

*गुरुवार शाम को एक बड़े ट्राले पर दो सागवान के वृक्षों को रखकर उसके पीछे पीछे नाचते गाते चल रही ग्रामीण भक्तों की पदयात्रा नगर के लोगों के लिए कौतूहल का विषय बनी. इस अनूठी परंपरा को देखने के लिए जय स्तंभ चौक पर बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहे . कुछ लोगों ने श्री कृष्ण और अवधूत स्वरूप इन वृक्षों का पूजन भी किया.*

*नगर परिषद अध्यक्ष ने भी की पूजा अर्चना*

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*बेतूल इंदौर नेशनल हाईवे से गुजरते हुए इस पदयात्रा में शामिल सभी ग्रामीणों का नगर परिषद की अध्यक्ष वर्षा मालवीय एवं उनके परिजनों ने स्वागत किया और ट्राले मे रखे प्रतीकात्मक देव स्वरूप वृक्षों का विशेष पूजन अर्चन किया. ग्रामीणों ने बताया कि इन विशाल वृक्षों को दो माह तक विशेष प्रक्रिया से तैयार किया जाएगा और एक विशेष तिथि को मंदिर परिसर मे विधि विधान से इनकी स्थापना की जाएगी*

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