मां दुर्गा का यह स्वरूप भक्तों और सिद्धों को अनंत फल देने वाला है
*संकलन पं समीर पाठक*
*द्वितीय दुर्गा श्री ब्रह्मचारिणी*आदिशक्ति श्री दुर्गा का द्वितीय रूप श्री ब्रह्मचारिणी हैं।यहां ब्रह्मचारिणी का तात्पर्य तपश्चारिणी है। इन्होंनेभगवान शंकर को पति रूप से प्राप्त करने के लिए घोप तपस्या की थी।अतः…
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