नर्मदा जी उफान पर ,कलेक्टर – एसपी पहुंचे सेठानी घाट, मां नर्मदा नदी के जलस्तर का लिया जायजा

कलेक्टर श्री नीरज कुमार सिंह ने बताया कि
जिले में पिछले 24 घंटे से वर्षा हो रही हैं।
नर्मदा नदी के केचमेंट एरिया में लगातार बारिश के चलते तवा, बारना एवं बरगी जलाशय से पानी डिस्चार्ज किया जा रहा है। प्रयास यह हैं कि जब तक बरगी डैम का पानी सेठानी घाट पहुंचे तब तक तवा एवं बारना डैम का पानी यहां से निकाला जा सके।

बाढ़ आपदा नियंत्रण के लिए जिला प्रशासन ने की सभी तैयारियां
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सभी संवेदनशील क्षेत्रों में डिस्ट्रिक्ट रिस्पांस टीम तैनात
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बाढ़ आपदा की स्थिति से निपटने के लिए जिला प्रशासन द्वारा सभी आवश्यक तैयारियां की गई हैं। सभी संवेदनशील क्षेत्र जहां पिछले 5 वर्षों में बाढ़ आई है वहां बाढ़ सुरक्षा समिति बनाने के साथ ही पांच पांच होमगार्ड बल के 15 डिस्ट्रिक्ट रिस्पांस टीम भी तैनात की गई है। यह रिस्पांस टीम ऐसे संबंधित थानों में आवश्यक सुरक्षा सामग्री के साथ मौजूद है।

जिला स्तर पर कलेक्ट्रेट कार्यालय में कंट्रोल रूम बनाया गया है जिसका दूरभाष क्रमांक 07574 251292 है , जो 24 घंटे राउंड द क्लॉक सक्रिय हैं।

जो सभी तहसीलों में बनाए गए बाढ़ कंट्रोल रूम से जानकारी एकत्र करने के साथ ही बल्लभ भवन भोपाल में स्थित राज्य स्तरीय सिचुएशन रूप से संपर्क में हैं। कलेक्टर श्री नीरज कुमार सिंह ने सभी एसडीएम, तहसीलदार, जनपद सीईओ, सीएमओ एवं अन्य संबंधित अधिकारियों को अलर्ट रहने एवं सतत निगरानी बनाए रखने के निर्देश दिए हैं।

बरगी, बारना एवं तवा जलाशय की सतत निगरानी
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बरगी बांध जलाशय से पानी छोड़े जाने पर जिले के माखननगर एवं पिपरिया तहसील जबकि बरगी एवं तवा जलाशय में पानी छोड़े जाने से नर्मदापुरम क्षेत्र प्रभावित होता है। बरगी बांध का पानी पिपरिया के सांडिया घाट पर 26 से 30 घंटे में पहुंचता है जबकि नर्मदापुरम के सेठानी घाट पर इसे पहुंचने में 35 से 42 घंटे लगते हैं। तीनों जलाशयों से एक साथ पानी छोड़ने से बाढ़ का खतरा और बढ़ जाता है। जिसके लिए तीनों जिले के जिला प्रशासन, जल संसाधन विभाग एवं संबंधित अधिकारियों का व्हाट्सएप ग्रुप भी बनाया गया है। साथ ही सतत संपर्क एवं आपसी समन्वय से जलाशयों का पानी इस प्रकार छोड़ा जाता है कि बाढ़ की स्थिति निर्मित ना हो।

इन स्थानों पर तैनात है डिस्ट्रिक्ट रिस्पांस टीम
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बाढ़ की स्थिति पर त्वरित आवश्यक कार्यवाही के लिए 15 डिस्ट्रिक्ट रिस्पांस टीम बनाई गई है। प्रत्येक टीम में पांच पांच होमगार्ड के सैनिक शामिल हैं। यह टीम उमरधा, सांडिया , सोहागपुर, माखननगर तवानगर, बांद्राभान, सेठानी घाट, पाहनवरी, आवली घाट, डोलरिया पापनगांव, महिमानगर क्षेत्र में तैनात हैं। इसके अतिरिक्त तहसील पिपरिया, सोहागपुर, माखननगर, नर्मदापुरम और सिवनीमालवा में बाढ़ सुरक्षा समिति भी बनाई गई है। जिसके लिए संबंधित तहसीलदार को प्रभारी नियुक्त किया गया है। जिनके द्वारा बाढ़ की स्थिति की निरंतर निगरानी की जा रही है।

राहत पुनर्वास केंद्रों पर की गई समुचित व्यवस्थाएं
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बाढ़ की स्थिति पर त्वरित राहत एवं बचाव कार्य के लिए सभी आवश्यक व्यवस्थाएं की गई हैं। साथ ही सभी तहसीलों में राहत पुनर्वास केंद्र बनाए गए हैं जहां राशन एवं चिकित्सा की भी व्यवस्था की गई हैं। नर्मदापुरम में नर्मदा महाविद्यालय, एसएनजी स्कूल, साधुवानी ग्वालटोली, शासकीय उत्कृष्ट विद्यालय, एसपीएम, मालाखेड़ी प्राथमिक शाला, नालंदा स्कूल, साहू समाज धर्मशाला आदि राहत पुनर्वास केंद्र बनाए गए हैं।

नर्मदापुरम के यह क्षेत्र होते हैं प्रभावित
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नर्मदापुरम के सेठानी घाट में मां नर्मदा का जलस्तर 967 फीट से अधिक होने पर नगर की निचली बस्तियों में जलभराव की स्थिति निर्मित होती है जिसमें शनिश्चरा वार्ड, भीलपुरा, लेडिया नाला जगदीशपुरा क्षेत्र शामिल है। 970 फीट से अधिक जलस्तर होने पर नगर के आजमगढ़, संजय नगर, ग्वालटोली, बंगाली कॉलोनी फेफरताल, बीटीआई रोड, एसपीएम, नारायण नगर क्षेत्र जलभराव से प्रभावित होते हैं ।

सुरक्षित स्थानों पर रहे, जिला प्रशासन की अपील
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तवा बांध एवं बरगी बांध से पानी छोड़े जाने के चलते नर्मदा नदी का जल स्तर बढ़ सकता हैं। जिला प्रशासन ने नर्मदा नदी के तटीय इलाकों के रहवासियों से घाटों और डूब में आने वाले क्षेत्रों में प्रवेश न करने तथा सुरक्षित दूरी बनाये रखने का आग्रह किया है।

कलेक्टर – एसपी पहुंचे सेठानी घाट, मां नर्मदा नदी के जलस्तर का लिया जायजा
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संजय नगर ,महिमा नगर, ग्वालटोली आदि बाढ़ प्रभावित इलाकों का किया भ्रमण
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राहत पुनर्वास केंद्रों पर समुचित व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने के दिए निर्देश
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जिले में पिछले 24 घंटे से हो रही वर्षा के दृष्टिगत जिला प्रशासन अलर्ट हैं। कलेक्टर श्री नीरज कुमार सिंह एवं पुलिस अधीक्षक डॉ गुरकरण सिंह लगातार बाढ़ की स्थिति पर नजर बनाएं हुए हैं। कलेक्टर एवं एसपी ने सुबह बाढ़ की स्थिति एवं आवश्यक तैयारियों की समीक्षा करने के बाद सेठानी घाट पहुंचकर यहां जल स्तर का जायजा लिया। इसके बाद उन्होंने नर्मदापुरम शहर के बाढ़ प्रभावित इलाकों का भ्रमण किया। उन्होंने चिन्हित पुनर्वास केंद्रों पर व्यवस्थाओं का जायजा भी लिया तथा समुचित व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।

जल स्तर को मेंटेन रखने के किए जा रहे प्रयास
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कलेक्टर श्री सिंह ने बताया कि नर्मदा नदी के केचमेंट एरिया में लगातार बारिश के चलते तवा, बारना एवं बरगी जलाशय से पानी डिस्चार्ज किया जा रहा है। प्रयास यह हैं कि जब तक बरगी डैम का पानी सेठानी घाट पहुंचे तब तक तवा एवं बारना डैम का पानी यहां से निकाला जा सके। उन्होंने बताया कि दोपहर 3:00 बजे तक सेठानी घाट का अलार्म लेवल 964 फीट एवं रात लगभग 11 :00 बजे तक 967 फीट करीब पहुंचने की संभावना हैं। इसी स्तर पर वाटर लेवल को मेंटेन करने के प्रयास किए जा रहे हैं।

आवश्यक सुरक्षा के लिए माखननगर भेजी गई एनडीआरएफ की टीम
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कलेक्टर श्री सिंह के बताया एहतियातन सुरक्षा के एनडीआरएफ के 30 सदस्यीय दल को माखननगर भेजा गया हैं। टीम के पास चार मोटर बोट , लाइव जैकेट्स सहित आवश्यक सुरक्षा सामग्री एवं उपकरणों की भी उपलब्धता सुनिश्चित की गई है। साथ ही एसडीआरएफ की 3 क्यूआरटी टीम भी तैनात हैं, जिसे आवश्यकता अनुसार डिप्लॉय किया जाएगा।

तत्काल किया जायेगा लोगों को शिफ्ट
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कलेक्टर श्री सिंह ने बताया कि जल स्तर 960 फीट के करीब पहुंचने पर लेंडिया नाले के गेट क्लोज कर दिए जाएंगे जिससे शहर के कुछ इलाकों में जलभराव की समस्या होगी। जिसके लिए इन इलाकों में लगातार सुरक्षित स्थानों पर पहुंचने के लिए अनाउंसमेंट किया जा रहा है। साथ ही राहत पुनर्वास केंद्रों पर सभी आवश्यक व्यवस्थाएं की गई है। आवश्यकता अनुसार तत्काल लोगों को शिफ्ट करने की की कार्यवाही की जाएगी।

इन इलाकों एवं शिविरों का किया भ्रमण
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कलेक्टर एवं एसपी ने शहर के संजय नगर, ग्वालटोली, महिमा नगर आदि बाढ़ प्रभावित इलाकों का भ्रमण किया। साथ ही साधुवासवानी स्कूल ग्वालटोली, हायर सेकेंडरी स्कूल एसपीएम राहत पुनर्वास केंद्र पहुंचकर यहां व्यवस्थाएं देखी।

कलेक्टर श्री सिंह ने राहत पुनर्वास केंद्र पर भोजन, चिकित्सा आदि सभी व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने के निर्देश नगरपालिका को दिए।

निरीक्षण के दौरान जिला पंचायत सीईओ श्री मनोज सारियम, एसडीएम श्रीमति वंदना जाट, डिस्ट्रिक्ट कमांडेंट होमगार्ड श्री राजेश जैन सहित अन्य अधिकारी कर्मचारी उपस्थित रहें।

 

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