आमला में बिजली विभाग की लापरवाही और संवेदनहीन बिजली विभाग के कामो को जानने के लिए इस झुलसे हुए

प्रमोद सूर्यवंशी

 

आमला में बिजली विभाग की लापरवाही और संवेदनहीन बिजली विभाग के कामो को जानने के लिए इस झुलसे हुए मृत बंदर की तस्वीरों को देखिये। पशु चिकित्सालय के पास बिल्कुल जमीन से लगे ट्रांसफार्मर में झुलस के मरे इस बंदर का एक हाथ और पैर ऐसा झुलसा की हड्डियां दिखने लगी। और ऐसे खुले ट्रांसफार्मर एक नही बल्कि कई है पूरे आमला में। जनसेवा कल्याण समिति द्वारा पूर्व में भी इस तरह की दुर्घटना के अंदेशो

को लेकर बिजली विभाग से ट्रांसफार्मर व्यवस्थित करने का निवेदन किया था,पर निर्मम बिजली विभाग ने कोई सुध नही ली, इन खुले ट्रांसफार्मरों से पहले भी बंदर सहित अन्य पशु दुर्घटना का शिकार हुए है, मूक पशुओ के साथ हो रही ये दुर्घटना इंसानों के साथ भी हो सकती है, नही पता कब जागेगा बिजली विभाग।

पशु चिकित्सालय के पास झुलसकर मृत हुए इस बंदर का जनसेवा कल्याण समिति द्वारा अपनी जिम्मेदारी मानते हुए अंतिम संस्कार किया गया, जिसमे समिति के राहुल धेण्डे, शेखर साहू, नवीन कोकाटे, छोटू राणे, मोना कनोजे, प्रियांशु, नरेंद्र, नितेश कोकाटे, अंकित वाईकर,जीतू धामने, दीपांशु, गीतेश सागर सिंह चौहान व चीकू ने ससम्मान बंदर के अंतिम संस्कार की व्यवस्था की।

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