स्वर साधना केएससी के कलाकारो ने स्व. लता मंगेशकर को गीतो के माध्यम से दी श्रृद्धांजली प्रिया सोनारे ने सत्यम शिवम सुंदरम गीत गाकर कार्यक्रम की हुई शुरूआत

 

सारनी। कई दशकों से संगीत प्रेमियों के दिलों पर अपनी आवाज से राज करने वाली भारतीय पार्श्व गायिका, भारत रत्न, मालिका-ए-तरन्नुम लता मंगेशकर की पुण्यतिथि पर कराओके सिंगर्स क्लब, सारणी (के.एस.सी.) के कलाकारों ने 5 फरवरी शाम 4 बजे से 7.30 तक डोंगरे लॉन, कैलाश नगर, शोभापुर कॉलोनी में कार्यक्रम सम्पन्न हुआ। जिसमे एक से बढ़कर एक लता जी के नग्मों की प्रस्तुति दी गई। कार्यक्रम संचालक रवि नागले ने बताया कि लता जी जैसी गायिका शायद ही संसार मे दोबारा जन्म लेगी, उनके गीतों को भुला पाना असंभव है। सभी भाषाओ को मिलाकर लगभग 10 हजार गीत लता जी द्वारा गाये गए है। इस क्रम में संगीत की देवी माँ सरस्वती की स्तुति कर लता जी के छायाचित्र के समक्ष दीप प्रज्वलित व माल्यार्पण करके कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। ‘सत्यम शिवम सुंदरम, गीत के साथ आगाज किया गया जिसे प्रिया सोनारे ने बेहतरीन अंदाज में पेश किया। रवि नागले ने ‘जिंदगी प्यार का गीत है’
हेमांगिनी कनाठे ने ‘हम थे जिनके सहारे’ हेमलता दवन्डे ने ‘दिल दीवाना बिन सजना के’ रेखा महस्की ने ‘रुक जा रात ठहर जा रे चंदा’
अंजना टेकाम ने ‘ दिल तो है दिल’ सपना चिस्थी ने ‘अजी रूठकर अब कहा जाइएगा’ सीमा धुर्वे ने ‘ तू क्या जाने’ अन्य कलाकारों ने भी बेहतरीन गीतों की प्रस्तुतियां देकर माहौल को खुशनुमा बना दिया । केएससी ग्रुप की प्रस्तुतियां निरंतर चलने के साथ साथ नए नए प्रतिभाओं को मंच देकर अवसर प्रदान किया जाता है। युगल गीत
विजय जावलकर एवं प्रिया सोनारे ने ‘ कही न जा आज कही’ दिलीप टेकाम एवं अंजना टेकाम ने – साथ जिएंगे साथ मरेंगे’ हेमांगिनी कनाठे एवं कैलाश पाटिल ने ‘ आजा सनम मधुर चांदनी में ‘ रेखा महस्की एवं दिलीप ने ‘सावन का महीना’ सपना एवं अमर धुर्वे ने ‘ मैं तेरे प्यार में पागल’ आदि गीतो को गाकर स्व. लता मंगेशकर को श्रद्धांजली अर्पित की। इस अवसर पर सैकडो श्रोताओ ने कार्यक्रम में पहुँचकर लता जी को श्रृद्धांजली दी और गीतो का आनंद उठाया।

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